स्वास्तिक में काम करता था शहनवाज
पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला है कि शहनवाज पहले स्वास्तिक अस्पताल में काम करता था। कुछ समय पहले वहां से निकाल दिया गया था। इसके बावजूद वह वहां के कर्मचारियों के सम्पर्क में था। कोरोना संक्रमण के दौरान वह न्यू लाइफ अस्पताल समेत स्वास्तिक अस्पताल में भी कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करवाता था।
पहले भी आ चुका है स्वास्तिक का नाम
रेमडसिविर बेचने के मामले में स्वास्तिक अस्पताल का नाम पहले भी आ चुका है। 15 अप्रेल को माढ़ोताल पुलिस ने स्वास्तिक अस्पताल के मेल नर्स रामलखन पटेल समेत एमआर विवेक असाठी और मार्बल सिटी अस्पताल के मेल नर्स मूलत: दमोह हटा निवासी अतुल शर्मा को पकड़ा था। आरोपियों ने 77 हजार रुपए में पिपरिया निवासी राजेंद्र सिंह से इंजेक्शन का सौदा किया था।
आगे नहीं बढ़ी जांच
मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद माढ़ोताल पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ी। दूसरी बार स्वास्तिक अस्पताल का नाम सामने आने के बाद अस्पताल में गड़बड़ी की आशंका और बढ़ गई है। गोहलपुर सीएसपी गौर के मुताबिक माढ़ोताल में दर्ज मामले की केस डायरी भी जांच के लिए बुलाई जाएगी। इसके अलावा शहनवाज के कॉल डिटेल्स भी खंगाले जा रहे हैं।
गोहलपुर सीएसपी को निर्देशित किया गया है कि वे आरोपियों के एनएसए का प्रतिवेदन बनाकर भेजें। प्रतिवेदन मिलते ही दोनों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।
– सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी