इसी महीने शुरू करने का दबाव
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कई महीने से बनकर तैयार है। पिछले महीने ओपीडी शुरू करने के साथ ही मरीजों को परामर्श देना शुरू कर दिया गया है। कई महीने से टल रहे हॉस्पिटल के लोकार्पण को लेकर भी विभाग पर दबाव है। हॉस्पिटल को इसी महीने से पूरा शुरू करने की योजना है। चिकित्सा शिक्षा विभाग में प्रमुख सचिव एसएस शुक्ला के अनुसार मरीजों के लिए सुपर स्पेशलिटी सुविधा जल्द शुरू करने की प्राथमिकता है। डॉक्टर्स की कमी को दूर करने के लिए फिलहाल मेडिकल से कुछ डॉक्टर्स को भेजने का प्रस्ताव है।
मेडिकल में व्यवस्था प्रभावित होने का खतरा
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कई महीने से बनकर तैयार है। पिछले महीने ओपीडी शुरू करने के साथ ही मरीजों को परामर्श देना शुरू कर दिया गया है। मेडिकल अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नौ सौ बिस्तर क्षमता वाले अस्पताल में 12 सौ से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। उस लिहाज से मेडिकल अस्पताल में भी डॉक्टर्स कम हैं। ऐसे में कुछ रेसीडेंट डॉक्टर्स को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल भेजे जाने के प्रस्ताव से मेडिकल अस्पताल की व्यवस्था प्रभावित होने का अंदेशा बन गया है। जानकारों का मानना है कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की सेवा शर्तों के कारण चिकित्सक सेवा देने तैयार नहीं हो रहे हैं। इस पर विचार होना चाहिए।