बताया जाता है कि गिरफ्तार युवक सोमनाथ एक्सप्रेस में सवार था। यह ट्रेन जबलपुर से ही चलती है। ट्रेन अभी स्टेशन पर ही थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने आरपीएफ को ट्रेन में एक संदेहास्पद व्यक्ति के सफर करने की सूचना दी। इस पर सुरक्षा बल ने ट्रेन के सभी एसी कोच को चारों तरफ से घेर कर तलाशी शुरू की। इस चेकिंग में ही युवक पकड़ा गया।
आरपीएफ की पूछताछ की शुरूआत में तो पकड़ा गया युवक टालमटोल करता रहा, लेकिन सख्ती होते ही सारा कुछ उगल दिया। उसने बैग खोला तो वहां मौजूद सुरक्षाबल के जवान चकित रह गए। जांच में पता चला कि बैग में 50 लाख 94 हजार रुपये रखे थे। रेलवे सुरक्षा बल की पूछताछ में युवक ने खुद तो भोपाल निवासी राजेश पाल बताया है।
आरोपी राजेश पाल के बैग से 500-500 के कुल 10 हजार नोट और दो-दो हजार के 47 नोट मिले। आरपीएफ ने आरोपी की टिकट पर्ची (पीएनआर 8738936574) जब्त कर लिया है। आरोपी राजेश पाल ने आरपीएफ की पूछताछ में कबूल किया कि वह भोपाल में पेंट-पुट्टी का काम करता है। एक महीने पहले वह भोपाल निवासी चेतन नाम के व्यक्ति के घर पेंट-पुट्टी का काम करने गया था। उसी समय उसने ऑफर दिया था कि एक काम है और रोज के ढाई हजार रुपए मिलेंगे। उसे सिर्फ एक शहर से दूसरे शहर के बीच ट्रेन से यात्रा करनी है।
आरोपी राजेश पाल ने बताया कि वह पहली बार सुबह ही वह ट्रेन से जबलपुर आया था। वह लगातार चेतन के संपर्क में था। दोपहर में एक युवक बैग देने स्टेशन के बाहर आया था। स्टेशन के बाहर उसके खड़े होने और पहचान की जानकारी चेतन ही मोबाइल पर दे रहा था। बैग देकर उक्त युवक तेजी से निकल गया। उसे भोपाल में हबीबगंज स्टेशन तक ये रकम पहुंचाने थे। वहां चेतन उससे पैसे लेने आने वाला था।
इतनी बड़ी रकम बरामद होने पर रेलवे सुरक्षा बल ने इसकी सूचना आयकर विभाग को दी। इसके बाद आयकर के सहायक आयुक्त और अन्वेषण योगेंद्र ठाकुर ने युवक से पूछताछ की है। आरोपी को रेलवे अधिनियम की धारा 145 का उल्लंघन करने पर रेल कोर्ट में पेश किया जाना है। आरपीएफ को अंदेशा है कि युवक से बरामद रकम हवाला की होगी। कारण यह कि आरपीएफ इससे पहले भी जबलपुर रेलवे स्टेशन से ऐसे मामले उजागर किए हैं। बता दें कि अभी करीब पांच महीना पहले 10-11 मार्च को आरपीएफ को आरपीएफ ने एक संदिग्ध युवक से 11 लाख रुपए बरामद किए थे।