scriptलॉकडाउन के बाद यहां बढ़ गई घर खरीदने वालों की संख्या, कीमतों से लेकर सुविधाएं सब मौजूद | sabse sasta ghar kaha milega, cheapest home sales in jabalpur | Patrika News
जबलपुर

लॉकडाउन के बाद यहां बढ़ गई घर खरीदने वालों की संख्या, कीमतों से लेकर सुविधाएं सब मौजूद

लॉकडाउन के बाद यहां बढ़ गई घर खरीदने वालों की संख्या, कीमतों से लेकर सुविधाएं सब मौजूद
 

जबलपुरJul 19, 2020 / 11:01 am

Lalit kostha

Home Loan : बजट में घर खरीदारों को मोदी सरकार ने दिया तोहफा, जानिए आपको कितना फायदा मिलेगा

Home Loan : बजट में घर खरीदारों को मोदी सरकार ने दिया तोहफा, जानिए आपको कितना फायदा मिलेगा

जबलपुर। कोरोना संकट के बीच शहर में रियल इस्टेट क्षेत्र में कारोबार की स्थिति में अब सुधार हो रहा है। अभी तैयार मकानों की पूछपरख में इजाफा हुआ है। बिक्री की दर में भी तेजी आई। खरीददार बिल्डर्स की साइट पर जाकर आशियाना देख रहे हैं। उन्हें खरीदा भी जा रहा है। यही स्थिति है कि जिले में सामान्य दिनों की तरह रोजाना 150 से 170 रजिस्ट्री हो रही हैं। इनमें 60 से 80 फीसदी रजिस्ट्री तैयार मकानों की हैं। बाकी प्लॉट और दूसरी संपत्तियों की रजिस्ट्री हो रही हैं।

तैयार मकानों की बिक्री बढ़ी, धीरे-धीरे साकार हो रहे लोगों के सपने
कोरोना संकट से उबर रहा रियल इस्टेट कारोबार, रोजाना 170 रजिस्ट्री

लॉकडाउन खुलने के बाद बाजार पटरी पर आने लगा है। आर्थिक गतिविधियां और कारोबार में भी पहले की तुलना में इजाफा हुआ है। रियल इस्टेट क्षेत्र की स्थिति भी बेहतर हुई है। हालांकि इस कारोबार के साथ अच्छी बात यह रही कि जब लॉकडाउन लगा था तब भी लोग बिल्डर्स से संपर्क कर रहे थे। कुछ लोग साइट पर जाकर विजिट भी कर रहे थे। ग्राहक और कर्मचारी के बीच ही प्रोजेक्ट की चर्चा होती थी। कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन के समय से ही कई बिल्डर्स ने अपनी आवासीय इकाइयों को पूरा कर लिया था। इसलिए उन्हें ज्यादा परेशानियां का सामना नहीं करना पड़ा। रियल इस्टेट कारोबार से जुड़े जानकारों ने बताया कि ऐसी डेढ़ से दो हजार छोटी एवं बड़ी आवासीय इकाइयां हैं। इनमें ड्यूपलैक्स, अपार्टमेंट और सिंग्लैक्स आदि तैयार हैं। ग्राहक सीधे पजेशन ले सकता है। हालांकि कुछ प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं जिनमें दिक्कत अभी भी दूर नहीं हुई है। उनके यहां काम करने वाले मजदूर अभी लौटे नहीं हैं। इसलिए काम तेज गति से नहीं चल रहा है।

 

flat
IMAGE CREDIT: patrika

रॉ मटेरियल की समस्या
जो प्रोजेक्ट अधूरे हैं, उनके लिए रॉ मटैरियल मिलना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। सीमेंट तो आसानी से मिल रही है। रेत की किल्लत है। समय पर वह नही मिलती।

40 फीसदी पहुंची लेबर
लेबर की कमी का सामना भी बिल्डर्स को करना पड़ रहा है। एक अनुमान के अनुसार रियल इस्टेट क्षेत्र में करीब 25 हजार लेबर काम करती है लेकिन अभी की स्थिति में करीब 40 फीसदी लेबर काम के लिए मिल पा रही है।

मकानों की बिक्री यथावत है। बैंकों का भी इस समय अच्छा सहयोग मिल रहा है। फिलहाल लोगों में यह सोच आई है कि तैयार मकानों की कीमतें कम होंगी। वे ऐसे मकानों की तलाश भी कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है।
– एसएस मोखा, बिल्डर्स

रियल इस्टेट के कारोबार में सुधार हुआ है। तैयार मकानों की पूछपरख है। उनकी बिक्री भी हो रही है। अभी जो समस्या बनी हुई है, वह कुछ प्रमुख रॉ मटैयिल की है। वह आसानी से नहीं मिल रहा।
– दीपक अग्रवाल, सचिव जबलपुर क्रेडाई

संपत्ति की रजिस्ट्री की स्थितियां पहले की तरह हो गई हैं। रोजाना काफी संख्या में रजिस्ट्री हो रही हैं। इनमें तैयार मकानों की संख्या भी काफी ज्यादा है। इस संकट में भी लोग संपत्ति की खरीदी एव बिक्री कर रहे हैं।
– निधि जैन, जिला पंजीयक

Home / Jabalpur / लॉकडाउन के बाद यहां बढ़ गई घर खरीदने वालों की संख्या, कीमतों से लेकर सुविधाएं सब मौजूद

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो