मां-बेटे के बयान अलग
एसपी सिंह के मुताबिक दुर्गा बेन ने बयान में बताया कि राकेश सुबह नौ बजे बेटे की फीस जमा करने निकला था। जबकि, बेटे ने बयान में दोपहर दो बजे निकलने की बात कही। दुर्गा ने ये भी बताया कि उसके पति ने सोनू सोनकर नाम के व्यक्ति से कर्ज लिया है। उसे लौटाने के लिए वह लोन लेने वाला था। सोनू की तलाश की गई, तो वह घर पर नहीं मिला।
अंगुलियों में फंसे थे महिला के बाल
एसपी सिंह के मुताबिक शव की शिनाख्त सोशल ग्रुप में फोटो वायरल करने पर एसएएफ क्वार्टर में रहने वाली दुर्गा बेन ने अपने पति राकेश बेन (35) के रूप में की। राकेश की अंगुलियों में महिला के बाल फंसे थे।
ऑडियो से खुला राज
रात 11.30 बजे खमरिया थाने की महिला आरक्षक आरती सोनकर के पास उसके भाई सोनू सोनकर ने ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी। उसमें दुर्गा की ओर से हत्या की बात कहते हुए शव ठिकाने लगाने में मदद मांगी गई थी। ये ऑडियो दुर्गा को सुनाया गया, तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
हत्या की ये बताई कहानी
शुक्रवार रात 11 बजे राकेश नशे में घर पहुंचा और दुर्गा से मारपीट की। इसके बाद दुर्गा ने चचेरी बहन संजय नगर कॉलोनी निवासी काजल और पड़ोस में रहने वाली 16 वर्षीय सहेली के साथ मिलकर राकेश का चुनरी से गला घोटकर शव बोरे में भर दिया। सुबह पांच बजे उसने बम्हनी बंजर मंडला निवासी मां सुकरानी को घटना के बारे में बताया। दोपहर में वह घर पहुंची। दोपहर सवा दो बजे दुर्गा ने सहेली की मोपेड पर राकेश के शव को बीच में बैठाने की मुद्रा में रखा। मोपेड चचेरी बहन चला रही थी। पीछे पति की लाश को सहारा देने के लिए दुर्गा बैठ गई। वेस्टलैंड होते हुए पुरानी पुलिस लाइन के पास सूनसान जगह में शव फेंक कर दोनों घर आ गईं। उनके पीछे सहेली व उसकी मां भी ऑटो से गई थी। 3.35 बजे खमरिया फैक्ट्री के फायरमैन पवन गोटियां ने शव देख पुलिस को खबर दी।
सीसीटीवी फुटेज में भी दिखी
पुलिस ने मोबाइल, मोपेड, मृतक के अंगुलियों में फंसे बाल, और डस्टबिन में फेंका गया बोरा बतौर साक्ष्य जब्त किया। वेस्टलैंड पोस्ट ऑफिस मोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों दोपहर 2.52 बजे मोपेड से जाती दिख रही हैं। पुलिस ने 15 सेकेंड का वीडियो फुटेज भी जब्त किया।