तीन सिस्टम से बारिश
उत्तर-पश्चिम राजस्थान से दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र होते उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका बनी हुई है। दूसरा दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे समुद्र तटीय उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के गंगा पार क्षेत्र के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में से कई किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवात बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के प्रभाव के कारण गुरुवार की शाम को शहर में मौसम का मिजाज बदला। हल्की बारिश हुई।
सुबह चुभी धूप
दोपहर 12 बजने के साथ ही सूरज की किरणें चुभने लगी। चिपचिपी गर्मी ने बेचैन किया। शाम को बारिश के बाद उमस बढ़ गई। अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक 36.9 डिग्री रेकॉर्ड किया गया है।
न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सुबह के समय आद्र्रता 62 और शाम को 93 प्रतिशत रेकॉर्ड हुई। 6-7 किमी प्रतिघंटे की औसत गति से दक्षिण-पश्चिम हवा चली। गुरुवार को बारिश के बाद इस सीजन में कुल वर्षा 358.5 मिमी हो गई है।
कई स्थानों पर गिरे पेड़, यातायात अवरुद्ध
अंधड़ के चलते सिविल लाइंस स्थित कलेक्टर बंगले के पास शाम पांच बजे पेड़ गिरने से कुछ देर यातायात अवरुद्ध हुआ। सिविल लाइन क्षेत्र में ही शाम करीब 6 बजे टायर डिमोल्डिंग सेंटर के समीप एक पुराना पेड़ गिर गया। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय परिसर में तीन पेड़ गिर गए। एक पेड़ मुख्य प्रशासनिक भवन के सामने खड़ी कार एमपी-20 सी 70473 के ऊपर गिर गया। घटना की सूचना नगर निगम उद्यान विभाग को दी गई वहीं विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने पेड़ की डगाल काटकर वाहन को बाहर निकाला। इसी तरह कुलपति बंगले परिसर के अंदर व लायब्रेरी में लगा एक पेड़ गिर गया। शाम को जगह-जगह पेड़ गिरने के कारण सिविल लाइंस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित रही।
कई जगह अंधकार
शहर में हुई बारिश के कारण कई इलाकों की बिजली लाइन में फॉल्ट आ गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार रांझी, मानेगांव, कांचघर, गोहलपुर, अधारताल में दो से तीन घंटे तक बिजली गुल रही। तेज बारिश का दौर तीन-चार दिन तक रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं।
21 से तेज बारिश की सम्भावना
मौसम वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवात के कारण 48 घंटे में उड़ीसा के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस सिस्टम से ट्रप लाइन की स्थिति बदलने के प्रभाव से शनिवार/रविवार से संभाग के जिलों में तेज बारिश की संभावना है।