जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय में आए मरीजों में से 6 मरीजों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि हुई है, आइसीएमआर एनआइआरटीएच से जारी रिपोर्ट के अनुसार जबलपुर जिले के गांव हरदुआकला में एक सात साल की बालिका, बेलबाग में नौ साल की बालिका, चौकीताल में नौ साल का बालक, सलैयाखुर्द में 26 वर्षीय युवती, शहपुरा भिटौनी में 18 वर्षीय युवती और सिहोरा में एक 40 वर्षीय पुरुष स्क्रब टाइफस की चपेट में आया है, स्क्रब टाइफस की पुष्टि होने के साथ ही इन सभी 6 मरीजों का उपचार चालु हो गया है, विभाग ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को भेज दी है, ताकि इस बीमारी पर समय रहते नियंत्रण किया जा सके।
गांव में सर्वे कर लेंगे सैंपल
जिन गांवों में स्क्रब टाइफस के मरीज सामने आए हैं, वहां स्वास्थ विभाग की टीम पूरे दल के साथ जाएगी और मरीजों के आसपास रहने वाले परिवारों के सैंपल लिए जाएंगे, इसी के साथ इस बीमारी के आने का कारण भी पता किया जाएगा, ताकि इसे यहीं पर नियंत्रित किया जा सके। इस बारे में प्रभारी सीएमएचओ डा. संजय मिश्रा ने बताया कि चिन्हित मरीजों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
अब लक्षण के आधार पर होगी जांच
स्क्रब टाइफस एक प्रकार के कीट के काटने से फैलता है, इससे लोगों को बुखार भी आती है, किसी भी व्यक्ति को स्क्रब टाइफस होता है तो उसके लक्षण उसे एक से दस दिन में नजर आने लगते हंै, लोगों को स्क्रब टाइफस की चपेट में आने से सिर में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, बुखार, ठंड लगकर बुखार आता है, जहां ये कीट काटता है वह स्किन का रंग गहरा हो जाता है, कुछ लोगों की त्वचा पर लाल लाल चखते भी नजर आते हैं। लेकिन ये साफ नहीं है कि ये लक्षण ही स्क्रब टाइफस के हैं, हो सकता है कि ये समस्या आपको सामान्य बीमारियों से भी हो जाए, लेकिन जो मरीज अभी तक सामने आए हैं, उनमें ये लक्षण नजर आए हैं, इससे बचने के लिए आप साफ सफाई का बिल्कुल ध्यान रखें, घर में मच्छर व कीट की रोकथाम करें।