संबंधों में आए तनाव के चलते हुई हत्या
एसपी अमित सिंह ने बताया कि ये हत्या सामाजिक ताना-बाना व रिश्तों में आयी दरार की परिणित थी। एसएएफ जवान राकेश बेन (32) वेतन शराब पीने में खर्च कर देता था लाखों की उधारी हो गई थी पिछले 1 साल से बेटा का स्कूल भी छूट गया था जिसे लेकर पत्नी दुर्गा से आए दिन विवाद होता था। वह पत्नी की पिटाई करता था। रोज-रोज की मारपीट से पत्नी दुर्गा तंग आ गयी थी। इसी के चलते उसने पति की हत्या की साजिश दो सहेलियों संग रची।
रात में ही सोते समय कर दी हत्या, सुबह शव को ठिकाने लगाया
पूछताछ में दुर्गा बेन ने बताया कि रात में ही सोते समय चुनरी से सहेलियों की मदद से गला घोट दिया। फिर शनिवार दोपहर 2:00 बजे मोपेड पर बीच में शव को बिठाने की मुद्रा में रखा और पीछे सहेली को बिठा कर ईडीके के पास ले गयी। वहां लाश को सडक़ किनारे फेंक कर घर लौट आयी। इसी कारण जवान का मोबाइल घर पर मिला था। मगर दुर्गा ने पुलिस को यह कहते हुए गुमराह करने की कोशिश की कि बेटा मोबाइल में बिजी था, इसके चलते वह मोबाइल छोडकऱ फीस जमा करने निकले थे।
पुलिस ने प्रकरण में पत्नी दुर्गा बहन ,उसकी मां सुकरानी ठाकुर, 22 वर्षीय काजल और पड़ोस में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी आरोपी बनाया है .सभी के खिलाफ हत्या कर 100 को छिपाने का मामला दर्ज किया गया . पुलिस अधीक्षक ने खुलासे में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेे वाली महिलाा आरती सोनकर को पुरस्कृत किया.
सीसीटीवी से हुआ खुलासा
इस हत्याकांड के खुलासे में पत्नी के बदलते बयान और सीसीटीवी ने अहम योगदान दिया। पत्नी और जवान के मोबाइल से भी गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मदद मिली। रांझी से ईडीके के बीच में कुछ स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे में दुर्गा पति के लाश को ले जाते हुए कैद दिखी। इसके बाद पूरी तस्वीर साफ हो गयी। रात में ही पुलिस ने पत्नी सहित उसके दोनों सहेलियों को हिरासत में ले लिया।
ये थी घटना
शनिवार दोपहर 3.35 बजे फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने उसकी लाश देखा। खमरिया थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी। गले में निशान देख अधिकारियों को जानकारी दी गई। लाश की शिनाख्त रात नौ बजे के लगभग हो सकी। लाश एसएएफ आरक्षक राकेश बेन (32) की थी। वह एसएएफ क्वार्टर रांझी में पत्नी दुर्गा बेन और 11 वर्षीय बेटे वंश व चार वर्षीय बेटी अनन्या के साथ रहता था। पत्नी ने गुमराह करने के लिए बताया था कि वह सुबह नौ बजे बेटे के स्कूल की फीस जमा करने 15 हजार रुपए लेकर निकले थे।