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जबलपुर

शनि की छाया से बचने करें शनि चालीसा का पाठ, हनुमान जी को चढ़ाएं चोला: पंचांग

शनि की छाया से बचने करें शनि चालीसा का पाठ, हनुमान जी को चढ़ाएं चोला: पंचांग
 

जबलपुरJan 11, 2020 / 10:29 am

Lalit kostha

Shanidev

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जबलपुर। शुभ विक्रम संवत् : 2076, संवत्सर का नाम : परिधावी , शाके संवत् : 1941, हिजरी संवत् : 1441 , मु.मास : जमादि उल , अव्वल 15, अयन : दक्षिणायण, ऋतु : शिशिर ऋतुु , मास : माघ, पक्ष : कृष्ण पक्ष
तिथि – सूर्योदय से रात्रि 10.40 मि. तक नंदा संज्ञक एकम तिथि रहेगी। इसके पश्चात् भद्रा संज्ञक द्वितीया तिथि लगेगी। प्रतिपदा तिथि में अग्निदेव की पूजा
करके अमृतरूपी घृत का हवन करें तो उस हवि से समस्त धान्य और अपरिमित धन की प्राप्ति होती है। द्वितीया को ब्रह्मा की पूजा करके ब्रह्मचारी ब्राह्मण को भोजन कराने से मनुष्य सभी विद्याओं में पारंगत हो जाता है।
योग- सूर्योदय से दोप. 01.54 मि. तक वैधृति योग रहेगा, पश्चात विष्कुम्भ योग लगेगा। वैधृति योग के स्वामी दितिदेव माने जाते हंै। जबकि, विष्कुम्भ योग के स्वामी यमदेव माने गए हैं।
विशिष्ट योग-वैधृति योग को एक अशुभ योग माना गया है। किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए वैधृति योग का त्याग करना चाहिए। विष्कुम्भ योग के प्रथम 03.00 घंटे शुभ कार्यों के लिए छोडऩा चाहिए।
करण- सूर्योदय से प्रात: 11.46 मि. तक बालव नामक करण रहेगा, पश्चात कौलव नामक करण लगेगा। इसके बाद तैतिल नामक करण लगेगा।
नक्षत्र- सूर्योदय से दोप. 01.29 मि. तक चर चल पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा, पश्चात क्षिप्र लघु पुष्य नक्षत्र लगेगा। मकान, दुकान, मठ, मंदिर, छत, सडक़ और जल संबंधी कार्य पुनर्वसु एवं पुष्य दोनों नक्षत्र में करना शुभ रहता है। वहीं संन्यास, वानप्रस्थ, मुकदमेबाजी आदि कार्य पुनर्वसु नक्षत्र में किए जा सकते हैं। फसल की बुवाई, मढ़ाई, हल चलाना जैसे कार्यों के लिए पुष्य नक्षत्र उपयुक्त होते हैं।

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आज के मुहूर्त – अनुकूल समय में नए व्यावसायिक वाहनों की खरीदारी करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए चौघडिय़ा के अनुसार समय – प्रात: 08.30 मि. से 09.51 मि. तक शुभ का चौघडिय़ा रहेगा एवं दोप. 12.31 मि. से 04.32 मि. तक क्रमश: चंचल लाभ व अमृत के चौघडिय़ा रहेंगे।
व्रतोत्सव – माघ कृष्ण पक्ष प्रारंभ।
चंद्रमा- सूर्योदय से प्रात: 07.51 मि. तक चंद्रमा वायु तत्व की मिथुन राशि में रहेंगे, पश्चात् जल तत्व की कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।
दिशाशूल- पूर्व दिशा में। (अगर हो सके तो आज के दिन पूर्व दिशा में यात्रा को टालना चाहिए)।
राहु काल – प्रात: 09.51.16 से 11.11.36 तक राहु काल वेला रहेगी। अगर हो सके तो इस समय में शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
आज जन्म लिए बच्चे- आज जन्म लिए बच्चों के नाम (ह, ही, हू, हे, हो, डा) अक्षरों पर रख सकते हंै। आज जन्मे बच्चों का जन्म चांदी के पाए में होगा। सूर्योदय से प्रात: 07.51 मि. तक मिथुन राशि रहेगी, पश्चात कर्क राशि रहेगी। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से बलीष्ठ होंगे। सामान्यत: इनका भाग्योदय करीब 24 वर्ष की आयु में होगा। मनइच्छित कर्म न होने से हमेशा असंतुष्ट रहेंगे। प्राय: न्यायप्रदाता होंगे। अल्पव्यवहारी होने के बावजूद अच्छे सफल व्यवसायी होंगे। मिथुन राशि में जन्मे जातक को न्यायप्रियता नहीं छोडऩा चाहिए। कर्क राशि में जन्मे जातक को वस्तु संग्रहण से बचना चाहिए।

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