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जबलपुर

तो इस शहर से मिट जाएगा ऑटो को नामोनिशां…कहां और आखिर क्यों

So Auto will be closed from this city

जबलपुरMar 24, 2019 / 07:49 pm

virendra rajak

So Auto will be closed from this city

So Auto will be closed from this city

जबलपुर, शहर की सड़कों पर मनमानी करने वाले ऑटो हर एक के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। कार्रवाई न होने से इनके हौसले बुलंद हैं। हाईकोर्ट ने आरटीओ को फटकारा, चेतावनी दी कि यदि ऑटो की ओवरलोडिंग और मनमानी नहीं रूकी, तो कोर्ट जबलपुर में पूरी तरीके से ऑटो रिक्शा बंद करने का आदेश देने पडेंगें। हाईकोर्ट की इस तल्खी के बावजूद शहर की सड़कों पर न तो कार्रवाई नजर आ रही है और न ही ऑटो चालकों की मनमानी पर रोक लगती नजर आ रही है।
जनहित शहर की सड़कों पर नियम विरुद्ध दौडऩे वाले ऑटो पर हाईकोर्ट ने तल्खी दिखाई। एेसे ऑटो के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बावजूद इसका असर शहर की सड़कों पर देखने नहीं मिला। न तो आरटीओ की टीम ने नियम विरुद्ध दौड़ रहे ऑटो पर कार्रवाई की और न ही ट्रैफिक पुलिस ने। यही कारण है कि शहर में ऑटो चालकों द्वारा धडल्ले से ऑटो में ओवर लोडिंग की जा रही है।
यह है मामला
दो विभिन्न जनहित याचिकाओं व एक अवमानना याचिका में कहा गया कि शहर में चल रहे ऑटो रिक्शा कॉंट्रैक्ट कैरिज परमिट की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं। इन अवैध ऑटो रिक्शों व इनकी धमाचौकड़ी पर नियंत्रण करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इस पर हाईकोर्ट ने आरटीओ को आड़े हाथ लिया।
रूट लिखे, पर मनमानी नहीं रोक पाए
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद नवंबर से आरटीओ द्वारा ऑटो में रूट क्रमांक लिखने और उन्हें रूट आवंटित करने की कार्रवाई शुरू की गई। शहर में अधिकतर ऑटो में रूट क्रमांक तो दर्ज कर दिए गए, लेकिन ऑटो चालकों ने कुछ दिनों बाद मनमानी शुरू कर दी और वे मनमाने रूट पर ऑटो दौड़ा रहे हैं।
कई रूट अब भी पूरी तरह खाली
ऑटो को एेसे भी रूट आवंटित किए गए थे, जहां ऑटो की संख्या न के बराबर है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इन रूटों के आवंटित हो जाने के बाद भी लगभग दो दर्जन एेसे रूट हैं, जहां ऑटो नजर ही नहीं आते।
वर्जन
ऑटो चालकों की बैठकें ली गई हैं और उन्हें निर्धारित रूट पर चलने और नियमानुसार ऑटो चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
संतोष पॉल, आरटीओ
यह दी गई थी कोर्ट में जानकारी
– पूरे शहर में ओवरलोडिंग जारी है।
– मॉडीफाई ऑटो में दस से १५ सवारियां बैठाई जा रही हैं।
– मीटर के हिसाब से किराया नहीं लिया जा रहा है।
– कॉन्ट्रैक्ट कैरीज परमिट का पालन नही हो रहा है।
– तीन साल पहले 50 स्मार्ट कार्ड रीडर खरीदे जाने थे, वो अब तक नही आ सके।्र
– किराया सूची समुचित व निर्देर्शित जगहों पर नहीं लगाए गए हैं।
– ऑटो रिक्शा वाले मनमानी तरीके से कहीं भी रोक रहे हैं।
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यह किया गया आरटीओ द्वारा
– ऑटो चालकों की बैठक आयोजित की गई।
– ऑटो में बड़े अक्षरों में रूट क्रमांक लिखा गया।
– बड़े अक्षरों में रूट भी लिखा गया।
यह भी होना चाहिए
– ऑटो चालकों की जांच
– ओवर लोडिंग पर कार्रवाई
– बिना दस्तावेजों के दौड़ रहे ऑटो पर जब्ती की कार्रवाई
– अवैध रूप से दौड़ रहे ऑटो पर जब्ती की कार्रवाई
– यहां-वहां खड़े होने वाले ऑटो के खिलाफ कार्रवाई
– जिन रूटों पर ऑटो नहीं, वहां ऑटो चलाने का प्रयास
– प्रत्येक ऑटो में किराया सूची
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