सीएम की घोषणा पर अमल नहीं
टेलीकॉम फैक्ट्री के पास स्थित यह जमीन अभी खाली पड़ी है। पुख्ता योजना नहीं होने से उद्योग विभाग ने इसे विकसित नहीं किया। यहां झाडिय़ां उग आई हैं। वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री ने खाली औद्योगिक भूमि का उपयोग मल्टी स्टोरी के लिए करने की घोषणा की थी, लेकिन पांच साल बाद भी उस पर अमल नहीं हुआ।
विरोध भी शुरू
कुछ औद्योगिक संगठन मल्टी स्टोरी का विरोध कर रहे हैं, तो कुछ इसके समर्थन में हैं। इस स्थिति के बीच उद्योग विभाग ने जमीन के उपयोग की योजना में बदलाव का प्रस्ताव तैयार किया है। खाली जमीन को विकसित कर उसे उद्योगों के लिए आवंटित किया जाएगा। बताया गया कि मल्टी स्टोरी में जो इकाइयां हैं, उनमें छोटे उद्योग आने की सम्भावना कम हैं, क्योंकि यह जगह इंडस्ट्री एरिया के दूसरे छोर पर है।
260 से अधिक इकाइयां
जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के तहत रिछाई अभी सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। १५१ हेक्टेयर में फैले औद्योगिक क्षेत्र में लघु, मध्यम और वृहद स्तर की करीब 260 इकाइयों का संचालन हो रहा है। मौजूदा समय में यदि कोई निवेशक यहां इंडस्ट्री के लिए जगह मांगता है तो उसे नहीं मिलेगी, क्योंकि पूरी जगह बुक है।
पूर्व योजना में बदलाव पर विचार
संभागीय उद्योग कार्यालय में संयुक्त संचालक आरसी कुरील के अनुसार रिछाई औद्योगिक क्षेत्र में खाली भूमि का उपयोग नए उद्योगों की स्थापना के लिए करने की योजना बनाई है। वर्तमान जरूरतों के मुताबिक मल्टी स्टेारी की पूर्व की योजना में बदलाव करने पर विचार किया जा रहा है।