पाटन एसडीएम अनुराग तिवारी ने बताया कि बासन, सकरा, पौंडी और राजघाट में जांच की गई। इस दौरान सडक़ किनारे रेत के स्टॉक मिले। इसकी मात्रा करीब 15 डम्पर थी। इसे जब्त किया गया। वहीं टै्रक्टर ट्रॉली को पकडकऱ थाने में खड़ा करवाया गया। इस दौरान तहसीलदार अनिल तलैया, नायब तहसीलदार गौरव पांडे एवं पुलिस के जवान मौजूद रहे।
हिरन नदी में भी रेत का अवैध खनन जारी
हिरन नदी का जलस्तर कम होने से रेत माफिया फिर सक्रिय हो गए हैं। हिरन नदी तट क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों में रेत माफिया के गुर्गे अंधेरा होते ही रेत का अवैध उत्खनन करते हैं। दिन में ट्रैक्टर, डम्पर और हाइवा से परिवहन कर लिया जाता है।’ स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाते हुए विभागीय अधिकारियों से रेत माफिया पर कार्रवाई करने और रेत के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जबलपुर और कटनी जिले के सीमावर्ती गांव होने का फायदा रेत माफिया उठा रहे हैं। हिरन नदी के किनारे बसे देवरी, लमतरा, कुम्ही सतधारा, महगवां, हिरन नदी का तट जबलपुर जिले की सीमा में लगता है, जबकि दूसरा किनारा कटनी जिले में आता है। रेत माफिया के गुर्गे रात में पोकलेन और जेसीबी मशीनों से नदी से रेत की खुदाई करते हैं और सुबह होते ही रेत का परिवहन कर लेते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया, कटनी के ढीमरखेड़ा अनुविभाग के अधिकारियों ने रेत का स्टॉक जब्त किया। ग्रामीणों ने सिहोरा पुलिस और प्रशासन से भी ऐसी ही कार्रवाई की मांग की है।