आयकर विभाग के एडिशनल कमिश्नर श्रीकांत नामदेव ने बताया कि बुधवार को अलग-अलग टीमों ने छोटी लाइन फाटक के पास अद्धैत बिल्डर एंड डेवलेपर के कार्यालय और उसके सगड़ा रेलवे स्टेशन के पास की साइट पर एक साथ छापा मारा था। वहीं शास्त्रीब्रिज के पास बिल्डिंग मटैरियल सप्लायर विजय सेल्स एंड सेनेटारी वेयर के यहां दबिश दी थी। दो दिन तक चली सर्वे की कार्रवाई में कई तरह की अनियमितता पकड़ी गई। डेवलेपर की साइट पर मजदूरों को कैश में पेमेंट किया जाना मिला। जबकि 20 हजार से अधिक का लेन-देन बैंक के माध्यम से होना चाहिए। शुक्रवार को उसने 51 लाख रुपए सरेंडर किया है। वहीं डेवलेपर के साथ पार्टनर भू-स्वामी और एक बिल्डर के खिलाफ भी सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई है। जमीन की खरीदी नकद में होना पाया गया है।
50 लाख रुपए विजय सेल्स ने भी सरेंडर किए
इसी तरह आयकर टीम ने बिल्डिंग मटैरियल की सप्लाई करने वाली फर्म विजय सेल्स एंड सेनेटारी वेयर के स्टॉक और दस्तावेजों में अंतर पकड़ा था। इस फर्म की तरफ से भी एक बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है। इस निर्माण में नकद में खर्चा करना पाया गया है। फर्म ने 50 लाख रुपए सरेंडर किए हैं।