घरों के बाहर सो रहे थे
पीडि़तों ने बताया कि गर्मी के चलते वे अपने घरों के बाहर सो रहे थे। रात को दो बजे के करीब मुरता गांव में बड़ी बहू पति सुखलाल सिंह गौड़ (65) पर तेंदुए ने हमला कर दिया। वृद्धा की चीख पर आसपास के लोग जागे तो तेंदुआ भागा और फूल बाई, हेमवती, सुंदर सिंह को घायल कर गया। आगे जाकर उसने डोबा गांव में रीना पिता जवाहर वंशकार (10) को घायल किया। इसके अलावा कल्ला (12), वीरेन्द्र सिंह, किशोरी, रामसेवक को भी अलग-अलग गांव में तेंदुए ने
घायल कर दिया और जंगल की ओर भाग गया।
घायल कर भाग गया जंगल
ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना देते हुए घायलों को रैपुरा अस्पताल पहुंचाया, जहां से बड़ी बहू और रीना को गंभीर हालत में जिला अस्पताल कटनी रेफर किया गया है।
नलजल योजना बंद पड़ी है गांवों में जलसंकट के निदान के लिए स्थापित की गई नल जल योजनाएं सफेद हाथी साबित हो रही हैं। हाल यह है कि नल योजना बंद पड़ी है। पानी की टंकी शो-पीस बनकर खड़ी है। ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को हैंडपंपों के अलावा कुएं से पानी के लिए मशक्कत करना पड़ रही है। पेयजल की समस्या के लिए जिम्मेदार पीएचई विभाग के अफसर भी हीलाहवाली कर रहे हैं।
नलकूप का दम टूट चुका है
उमरियापान क्षेत्र की ग्राम पंचायत परसेल के रहवासी पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। गांव के नलकूप का दम टूट चुका है। ऐसे में अब पेयजल के लिए मनुष्य के साथ जानवरों को अपनी प्यास बुझाने लंबी दूरी तय करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि परसेल में नलजल योजना बंद पड़ी है। मोटर पंप के सहारे नलों में पानी आता है। पाइप क्षतिग्रस्त होने से गंदा पानी आ रहे हैं। जिससे लोगों को बीमारी का डर सता रहा है।