नहीं आया था कोच
प्लेटफार्म पर लगी चित्रकूट एक्सप्रेस के यात्रियों के हंगामे की जानकारी रेलवे अधिकारियों को लगी तो मामले की पड़ताल शुरु हुई। सीनियर डीसीएम आनंद कुमार ने इस मामले में जानकारी जुटाई। मालूम हुआ कि सुबह लखनऊ से जबलपुर आई ट्रेन में भी एस ४ कोच नहीं था। पता लगा कि लखनऊ से ही यह कोच नहीं लगाया गया था। रेलवे के अफसरों ने यात्रियों की परेशानी को देखते हुए एस-4 कोच के यात्रियों की व्यवस्था अन्य कोचों में कराई। बड़ी मशक्कत के बाद इन यात्रियों को अन्य कोचों में एडजस्ट कराया जा सका और इसके बाद ही ट्रेन को रवाना कराया गया।
लापरवाही हुई उजागर
यात्रियों ने बताया कि इंजन से लेकर गार्ड के डिब्बे तक उन्होंने कई बार ट्रेन देखी पर उन्हें अपना कोच नहीं दिखा। एस ४ कोच में 72 पैसेंजर का रिजर्वेशन था। इससे परेशान यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। रेलवे प्रशासन ने बाद में व्यवस्था तो की पर इस घटना से उनकी पोल खुल गई। हैरत की बात तो यह है कि चित्रकूट एक्सप्रेस में एक कोच नहीं आया और इसके बाद जबलपुर में ही यह ट्रेन दिनभर खड़ी रही तब भी रेलवे के कर्मचारियों और अफसरों ने इस बात पर ध्यान ही नहीं दिया। जैसा रैक आया था उसे ही रवाना करने के फेर में ऐसी लापरवाही की गई जिससे यात्री परेशान हो उठे।