पुलिस के मुताबिक चमेली बाई द्वारा घर से शराब बेचे जाने की लम्बे समय से सूचना पुलिस को मिल रही थी। पुलिस द्वारा कई बार उसके घर दबिश भी दी गई, लेकिन शराब नहीं मिलने पर लौटना पड़ा। चमेली बाई ने घर के अंदर मंदिर का निर्माण भी इसी उद्देश्य से करा रखा है। उसने निर्माण के समय ही तहखाना बनवाया और एक टाइल्स जानबूझ कर खुला छोड़ दिया। वह इस तहखाने में शराब रखती और यहीं से निकाल कर ग्राहकों को बेचती थी।
ग्राहक बनकर पहुंची पुलिस
केंट पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो चमेलीबाई को दबोचने के लिए एक ग्राहक को तैयार किया। उसे पैसे देकर शराब खरीदने के लिए भेजा। जैसे ही चमेलीबाइ पैसे लेकर मंदिर से शराब निकालने पहुंची, टीम भी पहुंच गयी। पुलिस को देख चमेलीबाई सन्न रह गयी। पुलिस ने मंदिर में चारों तरफ देखा, लेकिन शराब नहीं मिली। इसी बीच एक टाइल्स टूटी हुई दिखी। उसे हटाकर देखा तो अंदर बोरी में शराब की बोतलें रखी मिली।