दस दिन से बादल छाए रहने के कारण हर दिन मौसम में बदलाव दिख रहा है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक आरके दत्ता के अनुसार कश्मीर से ऊपर गुवाहाटी तक पश्चिमी विक्षोभ का असर है। इसके प्रभाव से पश्चिमी मप्र के ऊपर कम दबाव का चक्रवात बना है। पश्चिमी विक्षोभ में हवा का दबाव बनता है तो एक क्षेत्र से हवा दूसरी ओर चली जाती है और वहां पर समुंद्र की नम हवा आती है। उसी नमी से बादल और बारिश की स्थिति बनती है।
मंगलवार सुबह का मौसम गर्म रहा है। लेकिन सोमवार कर रात ठंडक महसूस की गई। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर तक सूरज जमकर तप सकते हैं। वहीं शाम होते होते बादलों के कारण ठंडी हवाएं चलने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में मौसम पल पल बदलने का अनुमान है। आने वाले दिनों में मौसम गर्म हो जाएगा। जिसके बाद सूरज की तल्खी दिखाई देने लगेगी।
पश्चिमी हवा से चढ़ा पारा
धूप कम असरदार रहीं। चार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली पश्चिमी हवा ने पारे में वृद्धि की। सुबह की आद्र्रता ६१और शाम की आद्र्रता ३२ प्रतिशत रही। अधिकतम तापमान ३९.५ डिग्री सेल्सियस रहा जबकि, एक दिन पहले का तापमान ३६.६ डिग्री सेल्सियस था। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम २२.४ डिग्री सेल्सियस रहा।
पारे की चाल
अप्रैल अधिकतम न्यूनतम
5 42.3- 22.3
6 40.0- 22.6
7 39.4- 25.5
8 37.5- 22.6
9 38.2- 24.2
10 37.2- 22.9
11 36.9- 25
12 36.7- 23.8
13 37.2- 21.9
14 37- 24.4
15 36.6- 24.5
16 39.5- 22.5