अकेला छोड़कर गए थे गांव
पुलिस के अनुसार गोसलपुर थानांतर्गत पौड़ी कला गांव निवासी महेंद्र कुम्हार (40) और मां संतो बाई (35) मजदूरी का काम करते हैं। उनकी एक बेटी बेटी रानी कुम्हार (18) और बेटा राजा (12) है। बेटी और बेटा को घर में छोड़कर माता-पिता मंगलवार को कूआं गांव गए थे। घर में पुत्री और पुत्र अकेले थे। दोनों खाना खाकर सो गए। सुबह राजा की नींद खुली तो रानी घर में नही थी। उसका शव नहर में उतराता मिला है।
ग्रामीणों ने नहर में देखा शव
जानकारी के मुताबिक ग्राम पौड़ी कला निवासी रानी कुम्हार (18) की लाश बरगी दायीं तट मुख्य नहर में गांव के लोगों ने सुबह दस बजे के उतराती देखी। युवती का शव मिलने से सनसनी फैल गई। इसके बाद ग्रामीणों तक जैसे-जैसे इस बात की सूचना मिली की नहर में मिला शव गांव की युवती का है मौके पर भीड़ बढ़ती चली गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण नहर के पास एकत्रित हो गए।
पुलिस के देर से पहुंचने पर हंगामा
नहर में किशोरी की लाश मिलने की खबर लगते ही ग्रामीणों की भीड़ पहूंच गई। ग्रामीणों ने लाश मिलने की सूचना पुलिस को दी, लेकिन तीन घण्टे बाद भी पुलिस घटनास्थल नही पहुंची। इस पर ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने हंगामा कर दिया। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। ग्रामीणों के आक्रोशित होने से स्थिति बिगडऩे की आशंका बन गई। जिसे बमुश्किल सम्हाला गया।
दो थाने का बल पहुंचा, तब शांत हुआ मामला
मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों को बताया कि सड़क में जाम लगने के कारण वे लेट हो गए। लेकिन ग्रामीण पुलिस के किसी भी तर्क को सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने पुलिस वाहन को घेर लिया। ग्रामीणों के उग्र रुख की सूचना जैसे ही मुख्यालय तक पहुंची तो तत्काल गोसलपुर और सिहोरा से अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर रवाना किया गया। दो थानों की पुलिस पहुंचने के बाद जैसे-तैसे स्थिति को काबू में किया गया।
आत्महत्या या हादसा
पुलिस के अनुसार युवती के शव में चोट के कोई निशान नहीं मिली है। पूछताछ में किसी ने भी युवती को नहर में डूबता देखने की बात से इनकार किया है। ऐसे में युवती का नहर में शव मिलना संदिग्ध हो गया है। पुलिस भी फिलहाल यह तय नहीं कर पा रही है कि मामला हत्या से जुड़ा है या आत्महत्या का है। इसके चलते पुलिस दोनों कोण से मामले की जांच कर रही है।