पुलिस ने पीएम रिपोर्ट को क्यूरी के लिए भेजा और मृतका की सहेलियों से पूछताछ की तो पता चला कि युवती का सुरेन्द्र नामक युवक से प्रेम सम्बंध चल रहा था। दोनों के बीच शारिरिक संबंध भी थे। इससे युवती गर्भवती हो गई थी। इसकी जानकारी उसने अपनी भाभी को दी थी। इसके बाद पुलिस ने युवती की भाभी से भी पूछताछ की। जिसके बाद युवती की मौत का सच सामने आ गया।
पुलिस ने बताया कि युवती को जब पता चला कि वह गर्भवती है तो उसने यह बात अपनी भाभी को बताई। बदनामी के डर से युवती की भाभी उसे कांचघर स्थित सांई अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर राखी वाजपेयी ने 23 अगस्त उसका गर्भपात किया। दो घंटे तक चले गर्भपात के दौरान डॉक्टर ने हाई पावर की दवाइयां दी। हालत बिगडऩे पर परिजन उसे 25 अगस्त को मेडिकल अस्पताल ले गए। तीन दिन तक इलाज के बाद २८ अगस्त को युवती की मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार रिपोर्ट में पता चला है कि युवती की बच्चेदानी में चोट लगने से घाव हो गया था। ऑपरेशन के दौरान युवती को अधिक क्षमता की दवाएं दी गई। इससे ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्तस्त्राव हो गया। इसके चलते युवती की हालत बिगड़ गई और उसकी बाद में मौत हुई।
पुलिस जांच में यह भी सामने आयी है कि डॉ. राखी वाजपेयी ने युवती का अवैध रूप से गर्भपात किया था। जांच में यह भी पता चला कि डॉक्टर के पास गर्भपात से सम्बन्धित रिकार्ड भी नहीं था। इससे पहले शहर के बाहर की एक युवती का भी गर्भपात अस्पताल में अवैध रूप से कराने के मामले में महिला चिकित्सक विवादों में आ चुकी है।
संजीवनी नगर थाना प्रभारी संजय भलावी के अनुसारकांचघर के सांई अस्पताल की संचालक डॉ. राखी वाजपेयी ने अवैध रूप से युवती का गर्भपात किया, जिससे उसकी मौत हो गई। डॉ. वाजपेयी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है।