शहर में कोरोना संक्रमण की दस्तक के शुरुआती दिनों में आखिरी बार 23 अप्रैल, 2020 को जांच में कोई नया कोरोना मरीज नहीं मिला था। उसके बाद प्रतिदिन नए मरीज सामने आते रहे। कोरोना की दूसरी लहर में नए मरीजों की संख्या एक हजार के करीब पहुंच गई। इस कहर से गुजरने के बाद 23 जून, 2021 को पहली बार एक भी नया मरीज सामने नहीं आया। लंबे समय बाद नया संक्रमित नहीं मिलने के साथ कोविड प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार के आंकड़ों ने भी राहत पहुंचाई। शहर में लगातार पांचवें दिन किसी व्यक्ति की कोरोना से मौत नहीं हुई। कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा भी आधा सैकड़ा के करीब आ गया है। इसमें भी ज्यादा मरीज घर पर रहकर स्वस्थ हो रहे हैं।
समझदारी और सावधानी का गठजोड़ बनाए रखने की जिम्मेदारी
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में हालात तेजी से बिगड़े थे। इस दौरान लोगों ने समझदारी दिखाई और संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरती। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मेहनत से संक्रमण पर नियंत्रण के साथ कोरोना मरीजों की रिकवरी भी बेहतर हुई। सभी के मिले-जुले प्रयास से दूसरी लहर के कहर के बाद कोरोना काबू में आया है। लेकिन, संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। जब तक संक्रमण रहेगा उससे जंग के लिए सावधानी बनाए रखना होगा। पहले जैसी सुरक्षा और समझादारी से ही तीसरी लहर को आने से रोका जा सकेगा।
कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण सभी के सहयोग से सम्भव है। अभी तक देखने में यही आ रहा है कि जहां पर भी भीड़ हो रही है, मास्क पहनने में लापरवाही हो रही है, वहां कोरोना तेजी से फैल रहा है। संक्रमण फिर से न फैले, इसके लिए मास्क लगाना बेहद जरूरी है। आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। मास्क सही तरीके से लगाना जरूरी है। अकारण भीड़ का हिस्सा बनने से अभी बचना होगा। दो गज की दूरी हमें भूलना नहीं है। विभाग ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने का प्रयास कर रहा है। संक्रमण से बचाव के लिए सभी को वैक्सीन लगवाना चाहिए।
– डॉ. संजय मिश्रा, क्षेत्रीय संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं