इसलिए लौ जलती रहे
इन लोकतंत्र विरोधी ताकतों को नेस्तनाबूद करने के लिए देश के हर कोने से हर धर्म, जाति, वर्ग का जवान रात-दिन अपने सुख चैन को छोड़कर साहस के साथ कर्तव्य में लगा हुआ है। देश के हर घर में खुशी के दीपक की लौ जलती रहे इसके लिए जवान अपना खून देकर दीपक को इंधन देते है। कई बार उनके अपने घर में न तो करंवाचौथ में मनती है और न ही दिवाली, वो खुद दूसरों की खुशी के लिए अपने आप को बलिदान करने से भी पीछे नहीं हटता।
वेतन नहीं, देशभक्ति व बलिदान की भावना से सैनिक की संकल्पना होती है पूरी
डांगी ने बताया कि कई लोगों का कहते हैं कि सुरक्षा बलों को इसके लिए वेतन मिलता है, अन्य सुविधाएं मिलती हैं। उन लोगों यह जानना चाहिए कि केवल वेतन से ही प्रभावित होकर कोई व्यक्ति बलिदान के लिए तैयार नहीं होता है, बल्कि देशभक्ति व देशवासियों की रक्षा की भावना उसे ऐसा करने प्रेरित करती है। जो लोग वेतन की बात करते हैं उन्हें सवाल करते हुए कहा कि क्या वे भी उतना ही वेतन मिलेगा अन्य सुविधाएं मिलने पर यह काम करेंगे। लोग सिर्फ बोलना जानते हैं, करना नहीं।माओवादियों का चुनाव बाहिष्कार का सपना सपना ही रह जाएगा : प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, माओवादियों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर रखी है, क्योंकि उनको पता है, चुनाव ही लोकतंत्र का आधार है, यदि लोग चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे तो वो अपना सही प्रतिनिधि नहीं चुन पाएंगे, उनका क्षेत्र पिछड़ा रहेगा, फिर लोगों के शासन के खिलाफ भड़काने का मौका मिल जाएगा। सुरक्षाबलों पर हमलों के लिए मजबूर किया जा सकेगा। लेकिन उन माओवादियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पंजाब, मणिपुर, मेघालय, राजस्थान, तमिलनाडू व अन्य राज्यों से एवं केन्द्रीय सुरक्षाबल तैनात हैं और उनका सपना सपना ही रह जाएगा।