ड्यूटी करने में नहीं होनी चाहिए दिक्कत
कोरोना संक्रणम से लडने के लिए एक ओर मेडिसिन विभाग और जूनियर डॉक्टर अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं, वहीं मेडिकल कॉलेज के एनाटोंमी, फार्माकोलॉजी, पीएसएम, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी विभाग के सीनियर डॉक्टर आईसोलेशन वार्ड में ड्यूटी करने से इंकार कर रहे हैं। इन डॉक्टरों का कहना है कि हम मेडिसिन विभाग से नहीं है, ऐसे में कोरोना ड्यूटी क्यो करें। वहीं डीएमई का कहना है कि आप सभी डॉक्टर के पास एमबीबीएस की बेसिक डिग्री है। जब जेआर, एसआर डॉक्टर कोरोना ड्यूटी कर सकते हैं, जो आप को क्या दिक्कत है।
डॉक्टरों की लापरवाही सर्विस बुक में होगी दर्ज
संचालक चिकित्सा शिक्षा (डीएमई) ने डॉक्टरों को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा है। वहीं एस्मा लागू होने के बावजूद ड्यूटी से मना करने वाले डॉक्टरों की लापरवाही उनकी सर्विस बुक में दर्ज किया जाएगा। इससे उन डॉक्टरों को भविष्य में पदोन्नति में दिक्कत हो सकती है।
इन डॉक्टरों को भेजा गया नोटिस
डॉ. पी. देवदास प्राध्यापक (एनाटॉमी), डॉ सनत शर्मा प्राध्यापक (फार्माकोलॉजी), डॉ. टीकू सिन्हा सह प्राध्यापक (पीएसएम), डॉ. नित्या ठाकुर सहायक प्राध्यापक (पैथोलॉजी), डॉ. दीपिका धु्रव सहायक प्राध्यापक (पैथोलॉजी), डॉॅ. महेंद्र जैसवाल सहायक प्राध्यापक (फार्माकोलॉजी), डॉ. ज्योतिन्द्र साहू साहयक प्राध्यपक (बायोकेमिस्ट्री), डॉ. राज शर्मा सहायक प्राध्यापक (फार्माकोलॉजी), डॉ. एएस ठाकुर प्राध्यापक (बायोकेमिस्ट्री), डॉ. एसके द्विवेदी सह प्राध्यापक (फिजियोलॉजी), डॉ. कस्तूरी चिखलीकर सह प्राध्यापक (पैथोलॉजी), डॉ. माया रामटेके प्रदर्शक (फार्माकोलॉजी), डॉ. आरके शर्मा सह प्राध्यापक (फिजियोलॉजी), डॉ. रत्ना अग्रवाल सहायक प्राध्यापक (फार्माकोलॉजी), डॉ. अखिलेश बडगे प्रदर्शक (पीएसएम), डॉ. अशोक पाल पैकरा प्रदर्शक (फार्माकोलॉजी), डॉ. मीत कृष्णा सहायक प्राध्यापक (एनाटॉमी), डॉ. बीपी टिकरिहा प्राध्यापक (फिजियोलॉजी), हिमांशु सराठे (बायोकेमिस्ट्री), पीएस गिरिश (बायोकेमिस्ट्री), लक्ष्मीकात उमाटे (पीएसएम) व एम. रविकांत (बायोकेमिस्ट्री) को नोटिस जारी किया गया है।