डॉ. सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, स्वघोषित किसान हितैषी भूपेश बघेल ने किसानों से कर्जमाफी के वादे किए। राज्य पर आर्थिक भार बढ़ाया लेकिन प्रदेश में लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही असली रंग दिखाना भी शुरू कर दिया है।
जिन अन्नदाताओं के परिश्रम से हमें अनाज मिलता है उन्हें जेल भेजना, क्या यही कर्जमाफी की हकीकत है। छत्तीसगढ़ भाजपा ने भी सोशल मीडिया में कर्जमाफी के दावों पर सवाल उठाए। बताते चलें कि बस्तर के मड़पाल निवासी तुलाराम और बस्तर के सुखदास को जगदलपुर कोतवाली पुलिस शुक्रवार को गिरफतार किया था। उनके खिलाफ एसबीआई की एडीबी शाखा की ओर से न्यायालय में परिवाद दायर हुआ था, जिसपर न्यायालय ने गिरफतारी का आदेश दिया था।
कांग्रेस बोली, भाजपा की कमिशनखोरी का परिणाम
कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों पर तीखा पलटवार किया है। कांग्रेस संचार विभाग ने कहा, दोनों किसान पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के शिकार हुये हैं। उस समय सत्ता में बैठे लोगों के संरक्षण में कुछ दलाल किस्म के लोग किसानो को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर उनसे सुनियोजित ठगी को अंजाम दे रहे थे।
दलालो ने ड्रिप इरिगेशन के लिए बैंकों से ऋण दिलाने एवं कृषि विभाग से अनुदान दिलाने के लिए इन किसानों के जमीन के पेपर, चेक और फोटो ले लिया था। किसानों की जानकारी के बिना उनके नाम से बैंक से ऋण ले लिया गया।
बैंक ने जब किसानों से ऋण की वसूली के लिए चेक लगाया तब वह बाउंस हो गया। न्यायालय के निर्देश पर उनकी गिरफ्तारी हुई। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, मामला उनके कार्यकाल का है। जिसकी सजा किसानों को भुगतनी पड़ रही है। सिंह ने कहा, कांग्रेस किसानों के साथ है। उन्हें हरसंभव मदद दी जाएगी।