जिला सेनानी के जवान एसके मार्बल ने यहां जवानों को समझाया कि अगर आगजनी के दौरान कोई युवक जल रहा है, तो उस पर पानी डालने की बजाय कपड़े से आग पर काबू पाया जा सकता है। वहीं गैस लीक होने के दौरान कपड़ा सिलेंडर के ऊपर ढक देना चाहिए। जिससे घर के अन्य सदस्यों को भी बचाया जा सके। 112 के प्रभारी अरुण नामदेव ने बताया कि 4 सितंबर 2018 को इस 112 की शुरुआत की गई थी। जिसमें पहले ही कर्मचारियों को मेडिकल की ट्रेनिंग देने के साथ ही शनिवार को फायर की ट्रेनिंग दी गई। जिससे लोग इसका लाभ ले सकें। इस दौरान फायर प्रभारी विमल पांडे, यातायात प्रभारी शिव शंकर गेंदले, आरआई दीपक शर्मा व अन्य अधिकारी शामिल थे।