घोषणापत्र की धज्जियां उड़ रही हैं
अधिकारियों को ताश की गड्डी की तरह फेंटा जा रहा है। 10 महीने में ही कांग्रेस राज्य की जनता से दूर हो गई है और घबराई हुई है। इसका प्रमाण है कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस सरकार लगातार पांसे पलट रही है। अपनी पराजय सामने देख कांग्रेस भाग रही है। जनता के वोट देने का हक छीन कर खरीद फ रोख्त और दबाव की राजनीति का षडय़ंत्र रचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में जिन बातों का ढिंढोरा पीटा था। अब उनकी धज्जियां उड़ रही हैं। हाथ में गंगाजल और गीता लेकर शराबबंदी का वायदा करने वाली कांग्रेस के शासन में शराब की दुकानों से ही वसूली हो रही है। शराब को 20 से 50 रुपए तक अधिक कीमतों में बेचा जा रहा है। यह भूपेश टैक्स किसकी जेब में जा रहा है? डॉ रमन सिंह ने कहा कि दंतेवाड़ा उपचुनाव में प्रशासन का दुरुपयोग करते हुए परिणाम बदल दिए गए। चित्रकोट उपचुनाव में हमने निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है। अत्यंत संवेदनशील मतदान केंद्रों में 70 से 80 प्रतिशत का मतदान होना गड़बड़ी को स्पष्ट दर्शाता है। वीर सावरकर के मसले पर रमन ने कहा कि वे महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया। उन पर टिप्पणी करने वालों को इतिहास पढऩा चाहिए।