4 को नामांकन जमा करने के बाद 5 सितंबर से शुरू होगा चुनाव प्रचार
दंतेवाड़ा विधानसभा में कांग्रेस, सीपीआई और जकांछ ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। सिर्फ भाजपा का इंतजार है। लेकिन पार्टी सूत्रों की माने तो कांग्रेस और भाजपा अंतिम दिन ४ सितंबर को नामांकन दाखिल करेगी। ५ सितंबर से प्रचार शुरू होगा। माओवादियों का गढ़ माने जाने वाले दंतेवाडा मे शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना पुलिस के लिए सबसे बडी चुनौती होती है। खासकर प्रचार प्रसार के दौरान जनप्रतिनिधियो की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। हाल ही मे हुए लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान ही माओवादियों ने उन्हें निशाना बनाया था, इसलिए प्रत्याशियों की सुरक्षा पुलिस के और भी चुनौतीपूर्ण हो जाती है।
जनप्रतिनिधियों को प्रचार के दौरान विशेष सुरक्षा, अंदरूनी इलाकों के लिए निर्देश भी
लोकसभा में विधायक भीमा मण्डावी की हत्या जैसीं कुछ घटनाएं हुई थीं। इसे देखते हुए उपचुनाव में जवानो के द्वारा सतर्कता बरती जा रही है। इसलिए जनप्रतिनिधियों को विशेष तौर पर सुरक्षा दी जाएगी। अंदरूनी क्षेत्रो मे प्रचार-प्रसार को लेकर खास सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिये गए हैं। दंतेवाड़ा के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के लिए चुनाव आयोग से अतिरिक्त बलों की मांग की है।
12 हजार जवानों की मौजूदगी में होगा उपचुनाव
दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि दंतेवाड़ा में वर्तमान में सीआरपीएफ की ३४ कंपनियां और जिला बल के 2000 जवानों समेत करीब छह हजार जवान मौजूद हैं। लेकिन उपचुनाव को देखते हुए ६० कंपनी यानी की 6000 हजार और जवानों की मांग की गई है। यानी यदि मंजूरी मिल जाती है तो दंतेवाड़ा उपचुनाव १२ हजार जवानों की मौजूदगी के बीच होगा। जिससे जनप्रतिनिधियों, चुनाव दल समेत अन्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि यही जवान ग्रामीण और पार्टी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा भी करेंगे।