गौरतलब है कि वर्तमान में गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग करने वालों का प्रतिशत 45.2 से बढक़र 54.2 हुआ है। परिवार नियोजन को लेकर लोगों के व्यवहार परिवर्तन की जरूरत है। पुरुष नसबंदी सरल, सुरक्षित और आसान विधि है, इसलिए योग्य और इच्छुक लाभार्थी आगे आकर इस विधि का चुनाव करें तथा इसका लाभ उठायें।
कल से 15 दिन तक चलेगा अभियान : परिवार नियोजन के लिए महिला नसबंदी के साथ ही पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में 21 नवंबर से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू किया जाएगा जो कि 4 दिसंबर तक चलेगा। यह पखवाड़ा दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न जनजागरूकता कार्यक्रमों के साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष शिविर लगाकर पुरुष नसबंदी के फायदे बताए जाएंगे। इस पखवाड़े के पहले चरण में लाभार्थियों को पुरुष नसबंदी की जानकारी दी जाएगी और उन्हें इसे अपनाने के लिए तैयार किया जाएगा। दूसरे चरण में चिन्हित लाभार्थियों को सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
सीएमएचओ डॉ. आरके चतुर्वेदी ने बताया कि परिवार नियोजन साधनों के प्रचार-प्रसार पर स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस है। पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य जनसाधारण को सीमित परिवार के के प्रति जागरूक करना है। साथ ही इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन की जानकारी देना, परिवार नियोजन के स्थाई-अस्थाई साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को दो चरण में बांटा गया है। इसमें पहला चरण मोबिलाइजेशन और दूसरा सेवा वितरण चरण के रूप में मनाया जाएगा।
पहला चरण 21 से 27 नवंबर तक मनाया जाएगा। वहीं दूसरा चरण 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक मनाया जाएगा। परिवार नियोजन के महत्व के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों के लिये खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से दी जाएगी। परिवार नियोजन साधनों से होने वाले लाभ के बारे में मोबाइल, प्रचार वैन के द्वारा भी दी जाएगी।
पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी से अपेक्षाकृत अधिक सरल है। इसके बावजूद भ्रम, सामाजिक मान्यताओं और पुरुष प्रधान समाज होने के कारण लोग इसे अपनाने से कतराते हैं। पुरुष नसबंदी में बिना चीरा के नसबंदी के बाद व्यक्ति को किसी प्रकार के आराम की विशेष आवश्यकता नहीं होती। इससे न ही किसी प्रकार की कमजोरी आती है और न ही यह वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है। नसबंदी के बाद कम से कम तीन माह यौन संबंधों से परहेज रखना चाहिए अथवा कंडोम का उपयोग करना चाहिए क्योंकि शुरुआती 3 माह तक प्रजनन की स्थितियां रहती हैं।