जंगल में आग पर सैटेलाइट से मॉनिटरिंग
बस्तरPublished: Apr 17, 2016 09:04:00 am
गर्मियों के आते ही बस्तर के जंगलों में आग का खतरा मण्डरा रहा है। विभाग सैटेलाइट के जरिए इस पर नजर रखे हुआ है। इस गर्मी में अब तक 60 से अधिक आग लगने के प्रकरण।
जगदलपुर. गर्मियों के आते ही बस्तर के जंगलों में आग का खतरा मण्डरा रहा है। विभाग सैटेलाइट के जरिए इस पर नजर रखे हुआ है।
जैसे ही कम्प्यूटर के स्क्रीन पर आग के संकेत मिलते हैं तुरंत ही संबंधित रेंज अफसर के मोबाइल पर इसकी सूचना दी जाती है। इस गर्मी में अब तक 60 से अधिक आग लगने के प्रकरण सामने आ चुके हैं लेकिन विभागीय सतर्कता की वजह से इस पर काबू पा लिया गया।
डीएफओ अनुराग श्रीवास्तव ने समस्त रेंज अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं। फायर प्रोटेक्शन के लिए हर संभव इंतजाम करने को कहा गया है।
शनिवार को माचकोट रेंज के 1857 कम्पार्टमेंट में आग की सूचना मिली। इधर तुंरत ही विभाग के एसडीओ एनआर खुंटे व रेंज अफसर गजमन कश्यप के विभागीय नंबर पर इसकी सूचना आ गई। विभागीय अफसर सजगता दिखाते हुए तुरंत ही मौके पर टीम को रवाना किया। आखिरकार घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
महुए के लिए लगाते हैं आग
ज्यादातर मामलों में ग्रामीण महुए व शिकार के लिए आग लगाते हैं। गर्मियों में यह अकसर भयावह परिणाम लेकर आता है। छोटी सी चिंगारी भी पूरे जंगल को अपने चपेट में ले लेती है।
एसडीओ खुंटे बताते हैं कि गर्मियों के समय जंगल सूखा रहता है और इस समय आग भयावह साबित हो सकती है। इसलिए अमले को 24 घंटे सजग रहना पड़ता है। इससे निपटने जंगल में फायर सेफ्टी लाइन खींच दी जाती है ताकि नुकसान कम से हो। लेकिन इसके बावजूद आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती है और अमले को सजग रहना पड़ता है।