फिर ग्रामीण मडे बाबू राव पर मुखबिर का आरोप लगाया। इसके बाद नक्सलियों ने जनअदालत में ही डंडे से लगातार वार कर हत्या कर दी। ग्रामीण की पिटाई के बाद वह सभी अपनी जनअदालत खत्म कर जंगल की ओर चले गए। साथ ही आसपास पर्चा भी फेंक गए हैं। ग्रामीण पर पुलिस के लिए नक्सलियों के खिलाफ मुखबिरी करने का आरोप लगाया गया था। नक्सलियों ने कांदुलनार गांव में ही जनअदालत लगाकर इस घटना को अंजाम दिया है।
नक्सल इलाके में मलेरिया का खौफ, प्रधान आरक्षक ने हास्पिटल में तोड़ा दम इधर पुलिस माओवादियों की धमकी से न डरने की बात कहती है और उधर पुलिस की बात मानें तो ग्रामीणों की नक्सलियों द्वारा हत्या कर दी जाती है। ऐसे में ग्रामीण काफी डरे हुए हैं। इस घटना के बाद से कांदुलनार इलाके के ग्रामीण काफी दहशत में रहने लगे हैं। ज्ञात हो कि बस्तर संभाग के कई ऐसे गांव जहां नक्सली अपनी हुकूमत चलाते हैं, वहां खेती-किसानी से लेकर उनकी दिनचर्या भी वही तय करते हैं। भय के चलते ग्रामीण कुछ भी बोल नहीं पाते हैं।
दरअसल बीते कुछ समय से पुलिस इन इलाकों में लगातार गांव वालों की बैठक लेकर व सिविक एक्शन कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें माओवाद से दूर रहने और नक्सलियों का साथ न देने की समझाइश देती रही है। इन कार्यक्रमों में शामिल होने के कारण नक्सली ग्रामीणों से नाराज चल रहे हैं। घटना की जानकारी पुलिस को लगते ही मौके के लिए रवाना हुई व सर्चिंग टीम छानबीन में जुट गई है।