अब जापानी बुखार से भी मौत के मामलों में आएगी कमी
बस्तर में जापानी बुखार से हर साल 4 से 5 बच्चों की मौत होती है। पिछले साल 6 बच्चों की मौत हुई थी। इस साल अब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि लगातार संदिग्धों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक 13 पॉजीटिव केस सामने आ चुका है। 13 में से सभी बच्चों की स्थिति अभी बेहतर है। इस बार जापानी बुखार के संदिग्ध बच्चों की ब्लड जांच जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में ही किया गया। इससे पॉजीटिव मरीजों का समय पर इलाज मिला और वे बच गए।
स्वाइन फ्लू, डेंगू और [typography_font:12pt;” >जापानी बूखार (जापानी इंसेफेलाइटिस) की जांच सिर्फ जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में होगी। अब तक इस जांच के लिए ब्लड सैंपल मुंबई, हैदराबाद व अन्य जगहों पर भेजते है। मरीजों को जांच के लिए तीन से चार गुना रुपए भी खर्च करना पड़ता है। अब इस प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। प्रदेश के मरीजों को 24 घंटे के भीतर ब्लड जांच रिपोर्ट मिल जाएगी।
सैंपल नहीं भेजेंगे बाहर
मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग के एचओडीडॉ. अनुरूप साहू ने बताया कि, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के तहत यहां पर लैब तैयार किया गया है। इस लैब में बच्चों तेजी से फैलने वाले जीवाणु जनित रोगों की जांच की जाएगी। ताकि बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। वर्तमान समय में ब्लड सैंपल बाहर भेजना पड़ता था। इस प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी।