डिमरापाल से जगदलपुर के बीच एक भी प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स उपलब्ध नहीं
इसी तरह सर्जिकल, हार्ट पेसेंट व गंभीर बीमारियों के मरीजों को दवाईयां नहीं है। दरअसल डिमरापाल से जगदलपुर के बीच एक भी प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में शहर के मेडिकल स्टोर्स में दवा लेने लोग पहुंचते हैं। दिन को दवाईयां तो उपलब्ध हो जाती हैं, लेकिन रात को मेडिकल स्टोर्स के बंद होने पर दवा नहीं मिल पाने से मरीजों की जान को खतरा बना रहता है। इधर जन औषधि केन्द्र में स्मार्ट कार्ड की सुविधा मेकॉज प्रबंधन की ओर से उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस वजह से परिजन को राहत नहीं है।
भोजन के लिए आना पड़ता है शहर
मेकॉज में भर्ती मरीज और परिजन को दोनोंं वक्त गरम भोजन दिया जाना है, लेकिन यहां भर्ती मरीजों का कहना है कि उन्हें भोजन नहीं केवल दूध ही दिया जाता है। डिमरापाल में कोई होटल भी नहीं है, जहां जाकर वे भोजन कर सके। भोजन पकाने के लिए शेड की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे में उन्हें भोजन करने मरीज को छोड़कर शहर आना पड़ता है।
दवाओं अनुपलब्धता के बारे में जानकारी नहीं
मेकॉज अधीक्षक अविनाश मेश्राम ने बताया कि, दवाओं अनुपलब्धता के बारे में जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो पता लगाकर दवाईयों की व्यवस्था लोकल पर्चेस से की जाएगी।