पुलिस के मुताबिक सचिव पर शक से शुरू हुई जांच जब आगे बढ़ी तो इस करतूत में महिला के पति का भी नाम सामने आ रहा है, पति लक्ष्मण ठाकुर ने ही फर्जी तरीके से कागजात में दूसरी महिला सतपती ठाकुर का फोटो लगाकर जमीन को बेचने की जानकारी सामने आई है। आवेदिका सतवती बाई के मुताबिक उसके पास पुश्तैनी जमीन थी। इसे लेकर ग्राम पंचायत के सचिव खत्तुसिंह ठाकुर उनके पास पहुंचा और जमीन के दस्तावेज यह कहकर मांगें कि बंदोबस्त के लिए तहसील कार्यालय में कागजात जमा करना है। एेसे में विश्वास करते हुए जमीन संबंधी दस्तावेज, ऋण पुस्तिका को ग्रामसचिव को दे दिया।
जब कुछ दिनों बाद कागजात मांगने का प्रयास किया तो वह टाल-मटोल करने लगा। बार बार कागजात मांगने पर सचिव का वही रटा रटाया जवाब कि कागजात तहसील कार्यालय में जमा है बताया जाता रहा। तंग आकर जब अंत में महिला तहसील कार्यालय पट्टे के लिये गईं तो उन्हें पता चला कि यह जमीन तो सोनारपाल के निवासी राखी जैन पति नितिन जैन के नाम हो गया है। सतवती बाई ने जब आगे तफ्तीश की और जमीन का बिक्रीनामा संबंधी दस्तावेज तहसील कार्यालय से निकाला तो मुझे पता चला कि सचिव खत्तुसिंह ठाकुर एवं सोनारपाल निवासी नितिन जैन द्वारा गैर कानूनी तरीके से उनकी दूसरी महिला की फोटो लगाकर सोनारपाल निवासी राखी जैन पति नितिन जैन के नाम से जमीन नामांतरण किया गया है। महिला के हस्ताक्षर व फोटो दोनो फर्जी।
महिला का कहना है कि उसके नाती नातिन के जीवन यापन का उसकी पुश्तैनी जमीन ही एक मात्र सहारा है। इस मामले में उसे न्याय चाहिए। इस मामले में उसके पति का नाम आने के बाद उन्होंने पति लक्ष्मण ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज
कराई है।
जांच में लक्ष्मण ठाकुर, सतपती, खतुराम, सोनसिंग के द्वारा छल कपट पूर्वक आवेदिका सतबती ठाकुर के जगह सतपती की फोटो लगाकर जमीन को बेचना पाया गया है। आरोपीयों पर धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रतिवेदन थाना प्रभारी को पेश कर दिया गया है।
भानपुरी पुलिस के मुताबिक इस मामले में खरीददार पर भी मामला दर्ज हो सकता है। उक्त जमीन को फर्जीवाड़े से बेचा गया है। मालूम हो कि यह जमीन सोनारपाल के राखी जैन पति नितिन जैन ने खरीदा है। इसके लिए पुलिस जल्द ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाएगी।