आकाशवाणी केंद्र ने इन पत्थरों को बनाया वाद्य यंत्र
माना जाता इस गुफा में पानी के साथ जो कैल्शियम गिरता था, वह जमते हुए सुंदर आकृतियों और स्तम्भों का रूप में परिवर्तित हो गया। इस रहसयमयी गुफा में आकाशवाणी केंद्र ने यहां के पत्थरों को वाद्य यंत्र की तरह उपयोग करते हुए विभिन्न तरह के स्वर निकाले थे।
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गुफा में हैं अंधी मछलियां
पानी से घिरी हुई यह अंधेरी कुटुमसर गुफा, जहां अंधी मछलियां रहती है। यह गुफाएं बहुत पुरानी बनी है और अंधी मछलियों के लिए मशहूर है। जहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती जिसके कारण यहां आने वाला व्यक्ति पूरी तरह अंधा महसूस करता है। जिसके कारण यहां कि मछलियों की आखों पर एक पतली सी झिल्ली चढ़ चुकी है, जिससे वे पूरी तरह अंधी हो गई हैं।