पत्रिका ने ‘एसएमएस का 13 साल पुराना सर्वर बढ़ा रहा मरीजों का इंतजार‘ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की सुध लेते हुए पुराने आरोग्य ऑनलाइन सर्वर को बदल कर अब आइएचएमएस को अपनाने की तैयारी कर ली है।
यह होगा नए सर्वर का फायदा
नए सर्वर से मरीज के कतार में लगने वाले समय में बचत होगी। अभी आरोग्य सर्वर में मरीज अपनी एक एक जानकारी ऑपरेटर को साझा करता है। जिसके बाद ऑपरेटर एंट्री कर पर्ची मरीज को देता है। सवाई मानसिंह अस्पताल की ओपीडी में करीब 10 हजार मरीज रोजाना आते हैं। इसलिए उनकी एंट्री में समय लगता है।
आधार या जनाधार कार्ड का डाटा कर लेगा एक्सेस
अब नए सर्वर को काम में लेने के बाद मरीज के आधार या जनाधार कार्ड जैसी आइडी का नंबर सिस्टम पर सब्मिट करते ही मरीज की पूरी डिटेल एक क्लिक पर ऑपरेटर के सामने होगी। वहीं वह कहां से रेफर होकर आया है,पहले कहा इलाज चला है और किस डॉक्टर ने कौनसी दवा दी है या सर्जरी की है इसकी जानकारी भी मरीज के आधार या जनाधार का नंबर सब्मिट करते ही डॉक्टर,फार्मासिस्ट,आइपीडी में पूरी जानकारी सहित पूरी हिस्ट्री उपलब्ध होगी।
एसएमएस ने की देरी,सीएचसी पीएचसी में आइएचएमएस
इंटीग्रेटेड हैल्थ मैनेजमेंट सिस्टम सर्वर को अपनाने में एसएमएस ने देरी की है। 13 साल पुराना डाटा आरोग्य सर्वर पर होने के कारण एसएमएस आइएचएमएस सर्वर को अपना नहीं पाया था। लेकिन अब पुराने डाटा को नए सर्वर में ट्रांसफर करने तैयारी है।
हालांकि अब तक आइएचएमएस एसएमएस अस्पताल के अलावा प्रदेश के सभी राजकीय अस्पतालों सहित स्वास्थ्य केंद्रों में काम में लिया जा रहा था। आरोग्य की जगह नए सर्वर को शिफ्ट करने का काम इसी माह से शुरू होगा।
सरकार की ओर से आइएचएमएस में बदलाव के लिए टेक्नीशियन की टीम एसएमएस में आएगी। जो एसएमएस के सर्वर को देखते हुए बदलाव करेगी। वहीं जो जरूरी मॉडयूलस आरोग्य सर्वर में थे उनको भी जरुरत के आधार पर नए सॉफ्टवेयर में डवलप की जाएगी।
इनका यह कहना
अस्पताल के अति.अधीक्षक डॉ.अनिल दुबे ने बताया अब सर्वर डाउन होने या धीरे चलने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। आइएचएमएस सिस्टम को अपनाने के लिए एसएमएस की टीम ने जोधपुर एम्स के सर्वर का निरीक्षण किया है। जिसकी तर्ज पर यहां भी नए सॉफ्टवेयर को अपनाकर मरीजों का राहत दी जाएगी।