यूं बरतें सावधानी- – अपने कार्ड की जानकारी कहीं भी सेव न करें।
– वेबसाइट्स पर ट्रांजेक्शन करते समय वर्चुअल कार्ड का उपयोग करें।
– मोबाइल बैंकिंग ऐप में जाकर कार्ड लिमिट सेट कर दें और इंटरनेशनल यूजेज को भी ऑफ कर दें।
– कार्ड का प्रोटेक्शन प्लान लेना भी एक अच्छा विकल्प है।
– वेबसाइट्स पर ट्रांजेक्शन करते समय वर्चुअल कार्ड का उपयोग करें।
– मोबाइल बैंकिंग ऐप में जाकर कार्ड लिमिट सेट कर दें और इंटरनेशनल यूजेज को भी ऑफ कर दें।
– कार्ड का प्रोटेक्शन प्लान लेना भी एक अच्छा विकल्प है।
यूं हो रहा है डाटा लीक जब भी व्यक्ति किसी गैर भरोसेमंद वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन करने के लिए कार्ड की जानकारी डालकर रिमेबर डिटेल्स ऑप्शन पर क्लिक करता है, तो डेटाबेस में कार्ड की जानकारी सेव हो जाती है। डेटाबेस की सिक्योरिटी को बे्रक कर लोगों का डाटा निकाला जाता है। बहुत बार डेटाबेस एडमिन की मिलीभगत से डाटा लीक हो जाता है। जानकारी के अनुसार यह डाटा डीप वेब पर बिक रहा है। विदेशी हैकर्स इसे खरीदकर वारदात को अंजाम देते हैं।