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जयपुर

राजस्थान के 27 जिलों में यलो अलर्ट जारी, आंधी-अंधड़ और बारिश की चेतावनी

Yellow alert in rajasthan : प्रदेश में कई आंधी, बारिश, जगह पेड़ गिरे, बिजली के तार टूटे

जयपुरJun 23, 2019 / 08:22 pm

pushpendra shekhawat

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राजस्थान के 27 जिलों में यलो अलर्ट जारी, आंधी-अंधड़ और बारिश की चेतावनी

विजय शर्मा / जयपुर। Rajasthan Weather में अचानक बदलाव के बाद आंधी-अंधड़ और बारिश का दौर शुरू हो गया। 50 किमी की रफ्तार से धूंल भरी आंधियां चली। इसके बाद बारिश हुई। इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। इधर मौसम विभाग ने 27 जिलों में यलो अलर्ट ( yellow alert ) जारी किया है। साथ ही भरतपुर, करौली, दौसा, सवाईमाधोपुर, जयपुर, डूंगरपुर, उदयपुर, कोटा, बूंदी, राजसमंद, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, सिरोही, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़ में 25 जून को भारी बारिश की चेतावनी दी है। डूंगरपुर में अंधड़ के बाद विद्युत पोल, वृक्ष और केबिन गिरे गए। विद्युत पोल एवं तार टूटने से विद्युत आपूर्ति गुल हो गई। प्रतापगढ़ में करीब एक घंटे तेज हवा के साथ बारिश हुई।
बारिश के चलते सड़कों पर बरसाती पानी बह निकला। जिले के सालमगढ़ में तेज हवा से लोहे के चददर भी उड़ गए, हालांकि किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। श्रीगंगानगर में शाम को अचानक धुल के गुबार छाए और उसके बार 41 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चली। दुकानों एवं घरों के बाहर लगे ग्रीन नेट उड़ गए। झुंझुनूं में बारिश हुई। बाड़मेर में करीब आधा घंटा तेज बारिश हुई। दोपहर तीन बजे आंधी के बाद बारिश हुई। इस दौरान कई जगह घरों के छप्पर उड़ गए। पेड़ भी धराशाही हुए। जालोर में अधड़ बंद होने पर बारिश हुई। अलवर में गर्मी का असर अधिक रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सीकर में कुछेक स्थानों पर बूंदाबांदी को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में धूलभरी आंधी चली। जबकि चूरू में पारे के तेवर तीखे रहे। यहां बारिश का दौर थमने से जिले में फिर से तेज गर्मी शुरू हो गई है। रविवार को शाम पांच बजे तक पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया जो प्रदेश में सबसे अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से हनुमानगढ़, नागौर, श्रीगंगानगर, चूरू, बाड़मेर व बारां को छोड़कर सभी जिले में चेतावनी जारी की गई है। यहां 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी आ सकती है।
मानसून के लिए अनुकूल गतिविधियां
विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम की यह गतिविधियां मानूसन के लिए अनूकूल है। इन के बीच मानसून के 1 से 4 जुलाई तक आने के आसार है। मौसम विभाग के डायरेक्टर शिव गणेश ने बताया कि वातावरण में साइक्लोनिक सर्कुलेशन की नम हवाएं और पश्चिमी से शुष्क हवा आपस मेें टकराई है। इससे एक ट्रफ बन गया। यह ट्रफ छत्तीसगढ़ तक बना है।
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