चारों किशोर जवाहर नगर कच्ची बस्ती टीला नम्बर 5 के निवासी हैं। सोनी ने इन किशोरों द्वारा दुष्कर्म का प्रयास कर रहे अपराधी के चंगुल से बच्ची को बचाने के कार्य की प्रशंसा की और इनकी बहादुरी को अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहा कि इन किशोरों ने एक जिम्मेदार नागरिक होने के दायित्व को बखूबी निभाया है।
जवाहर नगर थाना क्षेत्र में गुरूवार अपरान्ह स्थानीय रौनक एक मासूम बालिका को जंगल में ले जाकर उससे बलात्कार का प्रयास कर रहा था। तभी क्रिकेट खेल रहे इन किशोरों ने तुरंत आरोपी को दबोच लिया। पुलिस अभी भी पिछले मामलों में आरोपियों को पकड़ नहीं सकी है। जवाहर नगर में ये बच्चे आरोपी को नहीं पकड़ते, तो पुलिस पर एक और दाग लग जाता।
जवाहरनगर थाना इलाके में गुरुवार को नाबालिग से बलात्कार करने की कोशिश करते आरोपी को दबोचने और पुलिस को सूचना देकर सौंपने वाले चार किशोरों का शुक्रवार को पुलिस की ओर से सम्मान किया गया। उनकी सजगता से छह वर्षीय नाबालिग का जीवन बच गया।
शास्त्री नगर में अब शांति व्यवस्था के लिए बैठक उधर, शास्त्री नगर में मासूम बालिकाओं से बलात्कार के बाद उत्पात को देखते हुए शुक्रवार को भी पुलिस बल क्षेत्र में तैनात रहा। पुलिस अधिकारियों ने शांति व्यवस्था के लिए क्षेत्र गणमान्य नागरिकों की एक मीटिंग बुलाई। मीटिंग में शांति समिति के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। उधर, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का दावा है कि पकड़ा गया आरोपी बड़ा शातिर है। जो बार-बार बयान बदल रहा है। बयानों की तस्दीक के बाद ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। उधर, शुक्रवार को भी शास्त्री नगर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। हालांकि अफवाह के चलते रात्रि में पुलिस गश्त बढ़ा दी है। इससे माहौल बिगड़े नहीं। गौरतलब है कि दो दिन पहले भी देर रात को अफवाह के चलते हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पथराव हो गया था। गौरतलब है कि 22 जून से एक जुलाई तक एक के बाद एक कर तीन बालिकाओं से बलात्कार की घटना सामने आई। लेकिन इनमें से दो के परिजनों ने ही मामला दर्ज कराया था।
अपराध होते देख चुप न बैठें
आप भी अपराध होते देख चुप ना बैठें। समाज में अपने जिम्मेदार नागरिक होने का दायित्व निभाएं, जैसे इन चार किशोरों ने निभाया है। जहां हर वक्त न्यूज चैनल देखने पर या अखबार का पन्ना पलटने पर मासूमों के साथ दरिंदगी की खबरें सुनते हैं, पढ़ते हैं, वहां ये खबर काफी सुकून देने वाली है। समाज में सभी लोगों की कर्तव्य है कि अपराध होते देख चुप ना बैठें। अपनी आवाज बुलंद करें।