script‘राजधानी’ में मौत के 96 स्पॉट, दो साल में 2186 की मौत | 96 spots of death in 'Rajdhani', 2186 died in two years | Patrika News
जयपुर

‘राजधानी’ में मौत के 96 स्पॉट, दो साल में 2186 की मौत

जयपुर, प्रदेश की राजधानी ही नहीं बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की भी राजधानी बनता जा रहा है। जिले में ब्लैक स्पॉट बढ़ते जा रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारी कमियां दुरुस्त करने की ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। पूरे जिले में 96 ब्लैक स्पॉट हैं। इनमें से 41 शहरी क्षेत्र के हैं। तीन वर्षों में इन ब्लैक स्पॉट्स पर हर साल हादसें हुए हैं और लोगों की मौतें भी हुई हैं।

जयपुरJul 05, 2022 / 11:10 pm

Anand Mani Tripathi

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जयपुर, प्रदेश की राजधानी ही नहीं बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की भी राजधानी बनता जा रहा है। जिले में ब्लैक स्पॉट बढ़ते जा रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारी कमियां दुरुस्त करने की ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। पूरे जिले में 96 ब्लैक स्पॉट हैं। इनमें से 41 शहरी क्षेत्र के हैं। तीन वर्षों में इन ब्लैक स्पॉट्स पर हर साल हादसें हुए हैं और लोगों की मौतें भी हुई हैं।

साल 2021 में जिले में 3205 सड़क दुर्घटनाओं में 2745 लोग घायल हुए। इनमें से 1106 लोगों की मौत हो गई। पिछले दो वर्षों में जिले में सड़क हादसों में 2186 लोगों की मौत हुई है। साल 2020 की तुलना में साल 2021 में मौतें 2.41 फीसदी बढ़े हैं। शहर की बात करें तो त्रिमूर्ति सर्कल, ओटीएस चौराहा, अपेक्स सर्कल, जेडीए चौराहा, बी टू बायपास चौराहे जैसे शहर के मुख्य चौराहे ब्लैक स्पॉट बन चुके हैं। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार ये चौराहें छोटी-छोटी खामियों के कारण ब्लैक स्पॉट बने हुए हैं।

आज तक सर्वे नहीं किया: शहर में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आरटीओ ने दो साल पहले जेडीए को शहर के ब्लैक स्पॉट्स की सूची सौंपी थी। उस स्पॉट की खामियों को खत्म करने के लिए जेडीए 5 सदस्यीय कमेटी भी बनाई। जिसमें जेडीए व आरटीओ के अधिकारियों के साथ एक स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि को भी शामिल किया गया था। दो साल में कमेटी के अधिकारी का तबादला हो गया, लेकिन ब्लैक स्पॉट्स का सर्वे नहीं किया गया।


शहर के प्रमुख चौराहे, जो बने ब्लैक स्पॉट

त्रिमूर्ति सर्कल 0.5 किमी 17 3

अपेक्स सर्कल 0.5 किमी 14 6

बालाजी तिराहा 50 मीटर 15 3

जेडीए चौराहा 0.5 किमी 16 3

ओटीएस चौराहा 0.5 किमी 20 2

लूणियावास बस स्टैंड 0.5 किमी 5 3

खानियां 0.5 किमी 12 4

आरटीओ ऑफिस जगतपुरा 0.5 किमी 9 4

अक्षयपात्र चौराहा 1 किमी 45 11

जगतपुरा पुलिया से सात नंबर बस स्टैंड 1.5 किमी 59 13

लालगढ़ बस स्टैंड 0.5 किमी 10 5

इंडिया गेट 0.5 किमी 14 2

गौशाला, सांगानेर 0.5 किमी 19 3

हल्दी घाटी चौराहा 0.5 किमी 23 4

बी 2 बायपास चौराहा 0.5 किमी 26 5

तिलक अस्पताल, पालड़ी मीणा 0.5 किमी 13 4

प्रेम नगर पुलिया 0.5 किमी 14 3

दादी का फाटक 200 मीटर 19 4

जलमहल के सामने 100 मीटर 6 3

नाहरगढ पहाड़ी पर 0.5 किमी 10 2

द्वारकादास पार्क चौराहा 0.5 किमी 15 8

एलीवेटेड रोड, सोड़ाला 450 मीटर 9 9

बड़े शहरों में मौतें जयपुर से कम
ट्रैफिक दुर्घटनाओं और उनमें हुई मौतों के मामले में जयपुर मुम्बई, पुणे, सूरत जैसे बड़े शहरों से भी आगे हैं। जयपुर पिछले साल ट्रैफिक दुर्घटनाओं के मामले में देश के बड़े 53 शहरों में छठें और इन दुर्घटनाओं में हुई मौत के मामले में तीसरे स्थान पर रहा है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार ट्रैफिक दुर्घटनाओं के मामले में जयपुर छठें स्थान पर हैं जबकि दुर्घटना में हुई मौतों के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। यहां पिछले एक साल में कुल 2041 ट्रैफिक दुर्घटना हुईं। इनमें से 1940 सड़क दुर्घटना और 101 रेलवे दुर्घटनाएं थी। ट्रैफिक दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा मौत के मामले में जयपुर तीसरे नंबर है। जयपुर में एक साल में 708 मौतें हुईं। जयपुर में 606 लोग सड़क दुर्घटना में मरे।


शहर में यातायात विभाग और जेडीए की कमेटी सर्वे कर ब्लैक स्पॉट्स के कारण पता करेगी। वहीं राजमार्गों पर एनएचआई, यातायात विभाग व परिवहन विभाग के विशेषज्ञों की कमेटी सर्वे करेंगे। जल्द ही इन्हें दुरुस्त करेंगे। – राजेश वर्मा, जयपुर आरटीओ

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