यह था मामला: रीडर और दलाल हुए थे रंगे हाथ गिरफ्तार एसीबी ने परिवादी राजवीर की शिकायत पर रीडर और दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जबकि मामले में आरोपी एसीपी आस मोहम्मद, झोटवाड़ा एसएचओ प्रदीप और उप निरीक्षक रामलाल भाग गए थे। बाद में आरोपी आसमोहम्मद ने हाल ही कोटा में जांच अधिकारी के समक्ष समर्पण किया था। आरोपी राजवीर के खिलाफ दर्ज मुकदमें में नाम हटाने और राजवीर द्वारा दर्ज मुकदमें में कार्रवाई करने के बदले ढाई लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। एसीबी ने एक लाख रुपए लेते रंगे हाथ पकड़ा था। बाद में जयपुर कमिश्नरेट ने झोटवाड़ा सर्कल की करीब 365 फाइलों की जांच करवाई थी। इनमें 80 फाइलों में गड़बड़ी पकड़ी गई थी।