scriptदो फीट की मां, बेटा हुआ तो बोली खुद रेंगकर चलती हूं लेकिन बेटे को पायलट बनाउंगी | A human story for dwarf couple in jaipur hindi news | Patrika News
जयपुर

दो फीट की मां, बेटा हुआ तो बोली खुद रेंगकर चलती हूं लेकिन बेटे को पायलट बनाउंगी

दो फीट 11 इंच लम्बी महिला ने दिया बच्चे को जन्म, बोलीं, लोगों ने तोड़ा लेकिन मैं टूटी नहीं

जयपुरOct 23, 2019 / 06:19 pm

pushpendra shekhawat

तीन फीट की मां, बेटा हुआ तो बोली खुद रेंगकर चलती हूं लेकिन बेटे को पायलट बनाउंगी

तीन फीट की मां, बेटा हुआ तो बोली खुद रेंगकर चलती हूं लेकिन बेटे को पायलट बनाउंगी

देवेन्द्र सिंह राठौड़ / जयपुर। झोटवाड़ा स्थित नांगल जैसा बोहरा निवासी कोमल (22) उस वक्त खुशी का कोई ठिकाना नहीं था, जब उन्हें पता चला कि वह मां बनने वाली है। लेकिन मां बनने का उनका सपना उस वक्त टूटता दिखा जब डॉक्टरों ने उन्हें बच्चे को जन्म देने की बजाय गर्भपात कराने की सलाह दी। कई कठिनाइयों से जूझते हुए आखिरकार कोमल ने चित्रकूट स्थित ग्लोबल हार्ट एवं जनरल हॉस्पिटल में चार महीने की देखभाल के बाद एक बच्चे को जन्म दिया है। दरअसल, कोमल और उनके पति सतीश गुप्ता दोनों ही बौने है। कोमल की हाइट और शारीरिक समस्याओं के चलते परिवार के लोग भी नहीं चाहते थे कि, वे बच्चे को पैदा करें।

डॉक्टर अंजना शर्मा की देखभाल के बाद कोमल ने पिछले सप्ताह एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। कोमल ने अपने इस अनुभव के बारे में कहा, हम अपनी खुशी बयां नहीं कर सकते। जब शुरुआत में लोग हमें कहते थे कि, हम माता पिता नहीं बन सकते, तो हम टूट गए थे। लेकिन डॉक्टर ने मेरी ही नहीं बच्चे की भी जान बचाई है।
जन्म से दिव्यांग है कोमल
कोमल की लंबाई दो फीट 11 इंच और उसके पति की लम्बाई 3.9 फीट है। कोमल जन्म से दिव्यांग है। जन्म के समय कोमल एक गंभीर बीमारी से पीडि़त थी, जिससे उसके दोनों हाथ जुड़े हुए थे। ऑपरेशन के बाद उन्हें अलग किया गया था। कोमल ने बताया कि, वह बच्चे को पायलट बनाएगी। खुद जीवनभर रेंगकर चली, लेकिन बच्चे को आसमां की बुलंदिया छूने का मौका देगी।
हौंसला देखा तो, बढ़े मदद को हाथ
डिलीवरी करने वाली डॉ अंजना शर्मा ने बताया कि ऐसे मामले में प्रेगनैंसी में जटिलता पैदा होती है। क्योंकि पूरी तरह से विकसित हो चुका बच्चा मां के दूसरे अंगों को प्रभावित कर सकता था। यह काफी चुनौतीपूर्ण केस था। यह जोड़ा पहली बार आया तो उसके पहले बच्चे की धडक़न नहीं थी तो कोमल का गर्भपात करना पड़ा था। उसके हौंसले को देखते हुए मैने उसकी आठ महीने तक लगातार देखभाल की। आर्थिक मदद भी की और इलाज और डिलीवरी खर्च भी खुद वहन किया।

Home / Jaipur / दो फीट की मां, बेटा हुआ तो बोली खुद रेंगकर चलती हूं लेकिन बेटे को पायलट बनाउंगी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो