डॉक्टर अंजना शर्मा की देखभाल के बाद कोमल ने पिछले सप्ताह एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। कोमल ने अपने इस अनुभव के बारे में कहा, हम अपनी खुशी बयां नहीं कर सकते। जब शुरुआत में लोग हमें कहते थे कि, हम माता पिता नहीं बन सकते, तो हम टूट गए थे। लेकिन डॉक्टर ने मेरी ही नहीं बच्चे की भी जान बचाई है।
कोमल की लंबाई दो फीट 11 इंच और उसके पति की लम्बाई 3.9 फीट है। कोमल जन्म से दिव्यांग है। जन्म के समय कोमल एक गंभीर बीमारी से पीडि़त थी, जिससे उसके दोनों हाथ जुड़े हुए थे। ऑपरेशन के बाद उन्हें अलग किया गया था। कोमल ने बताया कि, वह बच्चे को पायलट बनाएगी। खुद जीवनभर रेंगकर चली, लेकिन बच्चे को आसमां की बुलंदिया छूने का मौका देगी।
डिलीवरी करने वाली डॉ अंजना शर्मा ने बताया कि ऐसे मामले में प्रेगनैंसी में जटिलता पैदा होती है। क्योंकि पूरी तरह से विकसित हो चुका बच्चा मां के दूसरे अंगों को प्रभावित कर सकता था। यह काफी चुनौतीपूर्ण केस था। यह जोड़ा पहली बार आया तो उसके पहले बच्चे की धडक़न नहीं थी तो कोमल का गर्भपात करना पड़ा था। उसके हौंसले को देखते हुए मैने उसकी आठ महीने तक लगातार देखभाल की। आर्थिक मदद भी की और इलाज और डिलीवरी खर्च भी खुद वहन किया।