![mukesh.jpg](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2023/11/26/mukesh_8607773-m.jpg)
मूनसाइन के अनुसार आज का दिन भावनात्मक तौर पर थोड़ा रुख रहने की संभावना है। साथी को आपकी भावनात्मक बातचीत हो सकता है। प्रैक्टिकल ना लगे ऐसे में बहुत समझदारी से अपने भावों को छुपाते हुए केवल उनके साथ सहयोग करते हुए आगे बढ़ने का दिन रहेगा।
![shyam_narayan.jpg](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2023/11/26/shyam_narayan_8607773-m.jpg)
वृषभ: आज का दिन परिवार के लिए महत्त्वपूर्ण है। आपकी बुद्धिमानी से सम्मान मिलेगा तथा व्यापार में उन्नति होगी।
मिथुन: अपने दिल की बात कहने का अवसर मिलेगा। माता पिता के साथ किसी जरूरी मुद्दों पर चर्चा होगी।
कर्क: समय पर काम करना सीखें। व्यापार बदलने का मन होगा। अपने काम पर ध्यान दें। यात्रा हो सकती है।
सिंह: आर्थिक तनाव से अपयश होगा। कार्यक्षमता में कमी आएगी। व्यापार में उधारी अधिक होने से परेशानी बढ़ सकती है।
कन्या: प्रयास करने से परिवार में सुख-शांति रहेगी। व्यापार में नई योजनाएं बनेंगी। खान-पान में सावधानी रखें।
तुला: नौकरी में प्रयास सार्थक होंगे। व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में लाभ होने के योग बन रहे हैं। ऋण कैसे चुकाया जाय ध्यान दें। वृश्चिक: कार्यस्थल पर वाद-विवाद से बचकर रहें। महत्वपूर्ण कार्यों में स्वयं सक्रिय होना आवश्यक है।
धनु: व्यापार में वृद्धि होकर आर्थिक क्षेत्र में सुधार की संभावना है। आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। नए कार्यों में सफलता मिलेगी।
मकर: व्यापारिक नए कार्यों को करने से लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। पुरानी उधारी, लेनदारी में सफलता मिलेगी।
कुम्भ: नौकरीपेशा जातकों के लिए स्थानांतरण या पदोन्नति के योग हैं। अपने प्रयासों से प्रगति की ओर अग्रसर हों।
मीन: आप क्यों व्यर्थ समय गंवा रहे है। सामाजिक कामों में रुचि बढ़ेगी। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
![ghanshyam.jpg](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2023/11/26/ghanshyam_8607773-m.jpg)
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत : 1445
मु.मास:जमादि-उल-अव्वल- 12
अयन: दक्षिणायण
ऋ तु: हेमन्त
मास: कार्तिक
पक्ष: शुक्ल
श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से प्रात: 08-18 बजे तक अमृत, प्रात: 09-37 बजे से पूर्वाह्न 10-55 बजेतक शुभ तथा दोपहर बाद 01-33 बजे से सूर्यास्त तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11-53 बजे से दोपहर 12-35 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
शुभ तिथि: पूर्णिमा ‘‘पूर्णा’’ संज्ञक शुभ तिथि दोपहर बाद 02-46 बजे तक, तदन्तर मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा प्रारम्भ हो जायेगी। शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि में यथाआवश्यक समस्त शुभ व मांगलिक कार्य, विवाह, प्रतिष्ठा, गृहारम्भ, प्रवेश, यात्रा, अलंकार, कलाकार्य और यज्ञकर्म आदि शुभ व सिद्ध होते हैं। इसके बाद कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा में भी उपरोक्त सभी कार्य शुभ कहे गए हैं।
नक्षत्र: कृतिका ‘‘मिश्र व अधोमुख’’ संज्ञक नक्षत्र दोपहर बाद 01-35 बजे तक, तदन्तर रोहिणी ‘‘धु्रव व ऊध्र्वमुख’’ संज्ञक नक्षत्र है। कृतिका नक्षत्र में सभा, साहस, शत्रुवध, सगाई व रोका आदि के कार्य और रोहिणी नक्षत्र में समस्त शुभ व मांगलिक कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।
योग: शिव नामक नैसर्गिक शुभ योग रात्रि 11-38 बजे तक, तदन्तर सिद्ध नामक नैसर्गिक शुभ योग हैं।
विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग दोपहर बाद 01-35 बजे से अगले दिन सूर्योदय तक तथा कुमार योग नामक शुभ योग दोपहर बाद 02-46 बजे से है।
करण : बव नामकरण दोपहर बाद 02-46 बजे तक, तदुपरान्त बालव व कौलव आदि करण क्रमश: हैं।
व्रतोत्सव: कार्तिक पूर्णिमा, सत्यव्रत, गुरुनानक जयन्ती, देव-दिवाली, कार्तिक स्नान व भीष्म पंचक समाप्त, कार्तिक स्वामी दर्शन दोपहर बाद 01-36 बजे तक, अष्टानिका महापर्व पूर्ण (जैन), मन्वादि, मेला पुष्कर अजमेर समाप्त, निम्बार्काचार्य जयन्ती व केदार व्रत (उड़ीसा) आदि हैं।
चंद्रमा: चंद्रमा वृष राशि में सम्पूर्ण दिवारात्रि।
शुभ मुहूर्त: आज कृतिका नक्षत्र में गृहारम्भ व गृह-प्रवेश के अतिआवश्यकता में (नक्षत्र त्याज्य), तथा रोहिणी नक्षत्र में विवाह अ.आव. में (मृत्यु पंचक दोष युक्त), द्विरागमन, वधू-प्रवेश, कूपारम्भ, नामकरण, अन्नप्राशन, विपणि, प्रसूतिस्नान व शल्य चिकित्सा के शुभ मुहूर्त हैं।
दिशाशूल: सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।
राहुकाल (मध्यममान से): प्रात: 7-30 बजे से प्रात: 9-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।
![kundali.jpg](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2023/11/26/kundali_8607773-m.jpg)