ट्रेप के समय यह राशि कोर्ट में जमा की जाती है और केस पूरा होने तक वहीं रहती है। इस कारण कई परिवादियों का पैसा अटक जाता है। इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए एसीबी ने यह फंड तैयार किया है। इसे नियमों का पालन कर तीन करोड़ रपए तक बढ़ाया जा सकता है। कई सालों से इस रिवालविंग फंड की मांग की जा रही थी।
इस साल सरकार ने अपनी बजट घोषणाओं में इसे शामिल किया था। अब ये रुपए एसीबी को दिए जाने हैं ताकि उन लोगों को मदद मिल सके जो लोग रुपए नहीं होने के कारण भ्रष्ट कार्मिकों को ट्रेप नहीं करा पाते थे। हर साल एसीबी को एक करोड़ रुपए दिए जांएगे ताकि एसीबी का काम नहीं रुके और भ्रष्टाचारियों की पकड धकड़ जारी रहे।