डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि गिरफ्तार उप निरीक्षक अशोक मीणा मूलत: अलवर हाल जगतपुरा में किराए से रहता है। एसीबी में करीब 8 दिन पहले परिवादी ने शिकायत दी, जिसमें बताया कि वह एक पेट्रोल पंप पर काम करता है और पेट्रोल पंप कुछ कर्मचारियों ने गबन कर लिया था। इस संबंध में गत वर्ष सोडाला थाने में मामला दर्ज हुआ था।
इसी मामले में गिरफ्तारी से बचाने की एवज में आरोपी उप निरीक्षक 20 हजार रुपए रिश्वत मांग कर परेशान कर रहा है। आरोपी उप निरीक्षक पेट्रोल पंप पर गबन होने के दौरान काम करने वाले एसीबी के परिवादी को गिरफ्तारी का भय दिखा रहा था। जबकि सोडाला थाने में दर्ज एफआइआर में नामजद भी नहीं था।
एएसपी भूपेन्द्र की टीम ने उप निरीक्षक के रिश्वत मांगने का सत्यापन किया। एसीबी के निरीक्षक नीजर गुरनानी के नेतृत्व में टीम ने थाने के अंदर रिश्वत राशि लेने का संकेत मिलते ही आरोपी उप निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया।