सोडाला स्थित गोविंदपुरी निवासी कैलाश चंद्र सैनी ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर शिकायत की है। जिसमें बताया कि उसके पुत्र प्रशांत सैनी ने 21 अक्टूबर को महेश थाने में लेपटॉप चोरी होने की रिपोर्ट दी थी। एक महीने बाद 26 नंवबर को प्रशांत महेश नगर थाने में जाकर लैपटॉप के बारे में जानकारी लेने गया। जहां थाने में पहले से 3—4 लड़के खड़े थे। पुलिसकर्मियों ने प्रशांत को उन लड़कों के साथ जाकर लेपटॉप देखने के लिए कहा। करीब दो घंटे तक घुमने के बाद वह लड़के प्रशांत के साथ गुर्जर की थड़ी पर पहुंचे। जहां प्रशांत को कहा कि कल 7 हजार रुपए लेकर आ जाना, लेपटॉप दे देंगे।
27 नंवबर को प्रशांत गुर्जर की थड़ी के पास झुग्गी में 7 हजार रुपए लेकर गया तो वहां उससे रुपए छीनने का प्रयास किया गया। यह देखकर प्रशांत मौके से भाग गया। इस दौरान प्रशांत के साथ दो साथी भी थे। पिता कैलाश चंद्र ने कहा कि 27 नंवबर की शाम को महेश नगर थाने से उनके पास फोन आया कि प्रशांत ने एक बच्चे का अपहरण कर रखा है। उसे थाने में लेकर आओ।
पिता कैलाश चंद्र ने बताया कि 28 नंवबर की सुबह वह प्रशांत को लेकर थाने में गए तो थाने में थानाधिकारी व अन्य पुलिसकर्मियों ने प्रशांत की पिटाई की। प्रशांत को झूठे केस में फंसाकर शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
इनका कहना है.. यह केस जानकारी में आया है। इसकी जांच की जा रही है। जांच में जो दोषी होगा। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। योगेश दाधीच
डीसीपी साउथ