scriptएक्टर यशपाल शर्मा ने कहा, बच्चों को जीने दे उनका बचपन | Actor Yashpal Sharma said | Patrika News
जयपुर

एक्टर यशपाल शर्मा ने कहा, बच्चों को जीने दे उनका बचपन

आज के समय में इंटनेट, टीवी बच्चों के दुश्मन बन गए हैं।

जयपुरOct 07, 2017 / 08:10 pm

rajesh walia

Actor Yashpal Sharma
जयपुर।

आज के समय में इंटनेट, टीवी बच्चों के दुश्मन बन गए हैं। ऐसे में बच्चों को उनसे दूर रखने की जरूरत है। यह बात शनिवार को एक्टर यशपाल शर्मा ने पत्रकार वार्ता में कही।
शर्मा ने कहा कि मोबाइल के गेजेस्ट सबसे ज्यादा घातक है। शर्मा ने बताया कि नाटक देखना उन्हें पसंद है। नाटक से कलाकार की सही तरह से मेहनत दिखती है। खाने के शौकिन शर्मा ने बताया कि कढ़ी चावल उन्हें पसंद है। जयपुर से उनका विशेष लगाव रहा है।
उन्होंने कहा, राजस्थान खूबसूरत है। यहां पर जब भी आते हैं तो कई यादे साथ लेकर जाते हैं। उन्होंने एक वाक्ये को शेयर करते हुए बताया कि एक बार वह कार से जैसलमेर जा रहे थे। उनके साथ एक विदेशी पत्रकार भी साथ थी। अचानक कार से उन्होंने पानी की खाली बोतल फेकनी चाही तो उस महिला पत्रकार ने उन्हें टोका और कहा कि इतनी साफ सड़क को आप बोतल फेंक कर गंदा क्यों कर रहे हो।
विभा छिब्बर ने कहा कि बच्चे तो अपनी नजर से दुनिया को देख सकते हैं वो इन गेजेस्ट के माध्यम से दुनिया को देख रहे हैं। इसी को देखते हुए एक नाटक को बनाया गया। जिसे लोग पसंद कर रहे हैं। रिलिटी शो से खो रहा बचपन बच्चों के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक रिलिटी शो है। इस शो के कारण उन्हें बचपन में ही बड़ों की तरह भावनाएं पनपने लगी है। ना चहाते हुए भी अब उनका बचपन अब खाने लगा हैं। शो का स्तर भी गिरता जा रहा है।
अभिभावको को चाहिए कि वह बच्चों के बचपन के साथ खिलवाड़ ना करे। उन्हें प्राकृतिक रूप से सही वातावरण दे। ताकि उनका समृद्ध विकास हो सके। नाटक सबसे मुश्किल विधा रंगमंच में नाटक सबसे मुश्किल है। इसमें कार्य करने वाले आर्टिस्टों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में ना तो उन्हें रुपए ज्यादा मिलते हैं। मेहनत भी खूब होती है। नाटक करने वाले कलाकार पहले से कम हुए हैं। देखने का असली मजा नाटक में ही आता है।
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