इस दौरान अडानी समूह की टीम हवाईअडडा भवन, एप्रन एरिया, पार्किंग, टर्मिनल सहित सभी जगहों पर कामकाज को समझेंगे। इसके ठीक दो महीने बाद 12 अक्टूबर से अडानी समूह स्वयं परिचालन करेगा। हवाईअडडे की सुरक्षा व्यवस्था पहले की तरह ही सीआईएसएफ संभालती रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि अडानी समूह निगरानी के बाद
हवाई यात्रियों के लिए अडानी समूह कई नई सुविधाएं शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
जयपुर अतंरराष्ट्रीय हवाईअडडा निदेशक जयदीप सिंह बलहारा ने बताया कि 12 अक्टूबर के बाद भी एटीसी, कम्यूनिकेशन और निवेगेशन सिस्टम के अधिकारी और कर्मचारी पहले की तरह ही काम करते रहेंगे। इसके साथ ही प्रशासन, वित्त, कमर्शियल, फायर, ऑपरेशन्स और इंजीनियरिंग के अधिकारी अगले तीन साल तक अडानी समूह के साथ काम करेंगे। इसके बाद वह वह निजी कंपनी के साथ जुड़े रहने या फिर हवाई अडडा प्राधिकरण के साथ काम करने का विकल्प चुन सकते हैं।
समन्वय की पहली बैठक आज
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों और अडानी समूह की टीम के साथ पहली समन्वय बैठक गुरूवार को होगी। बैठक में समन्वय करके किस तरह से संचालन अडानी समूह को सौंपा जाए इस पर बातचीत होगी। इस बैठक में हवाईअडडा निदेशक, सुरक्षा एजेंसियों के मुखिया और कस्टम के अधिकारी भी शामिल रहेंगे।