पूजा रहेगी विशेष फलदायी ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि विशेष योग बनने के कारण यह महाशिवरात्रि शिव भक्तों के लिए विशेष फलदायी रहेगी। इस बार महाशिवरात्रि पर करीब 250 साल बाद सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग, शिवयोग और श्रवण नक्षत्र पडऩे जा रहा है। इन योगों के होने से इस दिन की गई पूजा विशेष फलदायी रहेगी। वहीं महाशिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के कई तरह के पापों से मुक्त हो जाता है। धर्म अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। चार प्रहर की पूजा प्रदोषकाल से शुरू होकर अगले दिन सुबह तक की जाती है। सके तहत प्रथम प्रहर में दूध, द्वितीय प्रहर में दही से, तीसरे प्रहर में घी से व चौथे प्रहर में शहद और बूरा से अभिषेक कर संकल्प करना चाहिए।
200 स्वयंसेवक संभालेंगे व्यवस्थाएं
वैशाली नगर के क्वींस रोड स्थित झाड़खंड महादेव मंदिर जलाभिषेक के लिए अलसुबह 4.30 बजे भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। श्री बब्बूसेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भोले के भक्त सुबह 4.30 बजे से जलाभिषेक कर सकेंगे। महिला और पुरूषों के लिए अलग-अलग लाइन होंगी। शाम को फूलों की विशेष झांकी सजाई जाएगी और भजन संध्या होगी। चौड़ा रास्ता स्थित ताडक़ेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर ताड़क बाबा के दर्शन तडक़े 3 बजे खुलेंगे। पुजारी विक्रांत व्यास ने बताया कि भक्त सुबह 4 बजे से जलाभिषेक कर सकेंगे। अभिषेक के गंगाजल की व्यवस्था की है।