ऐसे में पहले से ही पानी से तरबतर जिलों में फिर से आसमानी पानी आने से 15 अगस्त को परेशानी हो सकती है। आशंका है कि यदि बारिश का दौर सुबह से ही शुरू हो गया तो 15 अगस्त को तिरंगा फहराने के कार्यक्रम में मुश्किलें आएंगी।
मौसत विभाग के अनुसार बीते दो दिनों से थमा मानसून में बारिश का दौर राजस्थान में एक बार से सक्रिय होने के आसार है। हालांकि इस दौर में पूर्वी राजस्थान पर ही भारी बारिश का जोर रहेगा। पश्चिमी राजस्थान में मध्यम या हलकी बारिश ही होने की संभावना है।
वहीं आगामी पांच दिन के पूर्वानुमान के तहत 15 अगस्त को प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश (heavy rain)होने का अनुमान है। ऐसे में यदि अनुमान सही साबित होते है तो 15 अगस्त को मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस में मुश्किलें आ सकती है।
मौसम विभाग (weather department) के स्थानीय निदेशक शिव गणेश ने बताया कि एक बार फिर से मानसून सक्रिय होने के आसार बने है जो 14 अगस्त से शुरू हो जाएगा। 14 अगस्त को सवाई माधोपुर, भरतपुर, करौली और धौलपुर में भारी बारिश होने का अनुमान है।
उधर, 15 अगस्त को मेघगर्जना के साथ कोटा, झालावाड़, बारां, चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, टोंक, अजमेर, बूंदी में एक दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है, जबकि 16 अगस्त को जयपुर, अलवर, सीकर और झुंझुनूं में एक दो जगहों पर भारी बरसात होने की संभावना है।
इससे पहले 12 और 13 को प्रदेश में कुछ जगहों पर हलकी या फिर मध्यम वर्षा हो सकती है। हालांकि मानसून तंत्र के गड़बड़ाने से बारिश का दौर थम सा गया है, लेकिन कहीं पर बूंदाबांदी तो कहीं हलकी बारिश होगी।
बता दे कि देश के कई इलाके पानी की मार झेल रहे है बारिश का दौर थमने से लोगों को राहत मिलेगी और बचाव राहत कार्य में तेजी आएगी।