जयपुर अमूमन भारतीय सिनेमा के युवा कलाकार फिल्मी बातों पर ज्यादा अहमियत देते हैं, मगर जहां तक एक्टर वरुण धवन और एक्ट्रेस आलिया भट्ट की बात करें तो दोनों ही राजनीति पर भी बोलने में नहीं हिचकिचाते। दरअसल, गुरुवार को दोनों ही कलाकारों ने फिल्ममेकर करन जौहर की अपकमिंग फिल्म ‘कलंकÓ का पिंकसिटी में प्रमोशन किया। इस बीच जयपुराइट्स पर वरुण और आलिया का रंग चढ़ गया। जिसके चलते राजमंदिर सिनेमाघर में सैकड़ों की तादाद में मौजूद फैंस ने उनका हौसला बढ़ाया। फिल्म प्रमोशन के तहत वरुण और आलिया ने सिनेमाघर में फिल्मी गीतों पर डांस करने के साथ-साथ फैंस से सवाल-जवाब भी किए। हालांकि फैंस की भीड़ के चलते दोनों कलाकारों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी।
निभाएंगी प्यार-मोहब्बत के अनेक रूप आलिया भट्ट ने बात करते हुए कहा कि कलंक एक पीरियड ड्रामा फिल्म है। इसके लिए मैंने ‘मुगल-ए-आजम ‘उमराव जान जैसी क्लासिक फिल्में और पाकिस्तानी ड्रामा ‘जिंदगी गुलजार हैÓ देखा है। उनका कहना था कि मुझे अपने कैरेक्टर में ढलने के लिए इन फिल्मों और ‘जिंदगी गुलजार हैÓ जैसे ड्रामा देखने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि मेरे किरदार का नाम रूप है। जिसके कंधों पर अहम जिम्मेदारी है, इसलिए वह हमेशा खुश नहीं रहती है। वह मुश्किलों से घिरी है पर मजबूत है। आलिया ने कहा कि रूप जैसा किरदार प्यार-मोहब्बत के इर्द-गिर्द गढ़ा गया है।वरुण मेरे लिए लकीहाल ही में राजी के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड पाने वाली आलिया ने कहा कि वरुण उनके लिए लकी है। उन्होंने पहली फिल्म भी वरुण के साथ ही की थी। जब से हमारी जोड़ी को स्क्रीन पर पसंद किया जाने लगा है, तभी से फिल्ममेकर्स ने हमें लेकर फिल्म बनाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते हम दोनों ने करीब ४ फिल्में साथ की है। आलिया ने कहा कि फिल्म में हिंदुस्तान के बंटवारे के दर्द को भी दर्शाया जाएगा। फिल्म के लिए रिसर्च पर मेहनत की गई है। डायरेक्टर अभिषेक वर्मन ने हर एक शॉट पर अपनी पैनी नजर रखी है।
अब मर्दाना किरदार दिलाएगा पहचान एक्टर वरुण धवन ने कहा कि समीक्षकों ने मुझे हमेशा पसंद किया है। जिसके चलते मुझे हमेशा चैलेंज लेना अच्छा लगता है। इससे पहले मुझे जहां टेलर की भूमिका निभाने का मौका मिला था, वहीं अब फिल्मी पर्दे पर एक लुहार का किरदार निभाना एक मर्दाना किरदार को जिंदा करने जैसा है। वरुण कहते हैं फिल्म में मुसलमान लुहार जफर की भूमिका निभाई है। जो हीरा मंडी में अपनी दुकान चलाता है और जिसे बाद में अंग्रेज एक रेड लाइट एरिया में बदल देते हैं। फिल्म की कहानी आजादी के आसपास के टाइम की है, जब हिंदू-मुसलमानों के बीच झगड़ा हुआ था। फिल्म की कहानी एक अमीर रॉयल परिवार की बहू और एक मुसलमान लोहार के बीच हुई मोहब्बत की कहानी को बयां करती है। फिल्म 17 अप्रेल को पर्दे पर रिलीज होगी।