स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा के लिए आयोग ने सभी संभागों के कलक्ट्रेट कार्यालयों में कंट्रोल रूम शुरू कर दिए हैं। पहले चरण में 3 व 4 जनवरी को ग्रुप-ए के अभ्यर्थियों की परीक्षा होगी। पहले दिन सामान्य ज्ञान व हिंदी का पेपर होगा वहीं दूसरे दिन संस्कृत व राजस्थानी भाषा का पेपर होगा। ग्रुप-ए में करीब 2 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके लिए सात संभाग जिला मुख्यालयों पर 580 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सर्वाधिक 222 केंद्र जयपुर में होंगे। इसके अलावा अजमेर में 53, भरतपुर में 52, बीकानेर में 64, जोधपुर में 64, कोटा में 59 और उदयपुर में 66 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसी तरह ग्रुप-बी की परीक्षा 6 से 8 जनवरी तक होगी। इसमें 1 लाख 90 हजार 400 अभ्यर्थी शामिल होंगे, जबकि 9 से 13 जनवरी तक आयोजित ग्रुप-सी की परीक्षा में 2 लाख 12 हजार अभ्यर्थी बैठेंगे।
यह रहेगा परीक्षा का समय
सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र एक सत्र में सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक एवं ऐच्छिक विषयों के प्रश्न पत्र सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और दोपहर २ बजे से शाम 5 बजे तक दो-दो सत्रों में आयोजित की जाएगी।
इधर, समझाइश के बावजूद तीसरे दिन भी टंकी से नहीं उतरी छात्राएं जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी में तीन दिन से पानी की टंकी पर चढ़ी छात्राओं को नीचे उतारने के लिए समझाइश का दौर बुधवार को भी दिनभर चला। लेकिन देर रात तक दोनों छात्राएं पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरी। इस दौरान राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, टंकी पर चढ़ी एक छात्रा के पिता के साथ ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर, एडिशनल पुलिस कमिश्नर सहित अन्य लोगों ने भी समझाइश की, लेकिन छात्राएं नीचे उतरने पर राजी नहीं हुई। साथ ही, देर रात प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम हाउस भी पहुंचा था।
परीक्षा तिथि आगे बढ़वाने की मांग
दरअसल, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर ये छात्राएं पानी की टंकी पर चढ़ी हुई है। वहीं, शुक्रवार से स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा शुरू होने जा रही है।
यूं चला समझाइश का दौर
बुधवार को सुबह अतिरिक्त जिला कलेक्टर और एडिशनल पुलिस कमिश्नर के साथ ही डीसीपी ईस्ट मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से वार्ता करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने माइक से छात्राओं से भी बात की, लेकिन वे नहीं मानी।
सांसद किरोड़ीलाल भी पहुंचे, पत्र सौंपा
शाम करीब पांच बजे राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी टंकी पर पहुंचे और दोनों छात्राओं को संबोधित करते हुए पत्र टंकी के नीचे खड़ी छात्राओं को सौंपते हुए नीचे उतरने की अपील की। जब छात्राओं ने नीचे उतरने से मना कर दिया तो किरोड़ीलाल मीणा भी वहां से रवाना हो गए। इसके बाद टंकी पर चढ़ी एक छात्रा के पिता और परिजन मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी नीचे उतरने के लिए खूब समझाया। लेकिन समझाइश का कोई नतीजा नहीं निकल